हाथी को फांसी :वह कौन सा हाथी था और किस वजह से उसे हजारों लोगों के बीच दे दी गई थी फांसी
अक्सर आपने संगीन अपराध के लिए मुजरिमो को फांसी देने की बात सुनी होगी। लेकिन क्या कभी आपने ऐसा सुना है कि किसी जानवर को सज़ा मिली हो और वो भी फांसी की सज़ा। जी हां दोस्तों, ये सुनने में बहुत ही अजीब लग रहा है। लेकिन वास्तव में एक हाथी को फां’सी पर लटकाया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे, आज से 104 साल पहले अमेरिका में कुछ ऐसा ही हुआ था।
आज के समय में ऐसी किसी घटना को भले ही हम जानवरों के प्रति क्रूरता कहें। लेकिन उस समय अमेरिका में बड़ी संख्या में लोगों ने हाथी को फां’सी दिए जाने का समर्थन किया था। यह खौ’फनाक या फिर यह क्रूर घटना 13 सितंबर 1916 की है। जब अमेरिका के टेनेसी राज्य में दो हजार से ज्यादा लोगों के बीच मैरी नाम के हाथी को फां’सी पर लटका दिया गया था। जिसके पीछे की वजह बहुत ही अजीब थी।
जिसके बारे में जानकर आपको भी काफी है’रानी होगी। दरअसल, चार्ली स्पार्क नाम का एक व्यक्ति टेनेसी में ‘स्पार्क्स वर्ल्ड फेमस शो’ नाम का एक सर्कस चलाता था। उस सर्कस में बहुत से जानवर थे। जिसमें मैरी नाम का एक एशियाई हाथी भी शामिल था। बताते चले करीब पांच टन वजनी मैरी उस सर्कस का मुख्य आकर्षण था।
ऐसा कहा जाता है कि, एक दिन मैरी के महावत ने किसी कारणवश सर्कस छोड़ दिया, जिसके बाद आनन-फानन में उसकी जगह पर दूसरे महावत का इंतेज़ाम किया गया।
नए महावत को मैरी हाथी के बारे में ज्यादा कुछ मालूम नहीं था और ना ही मैरी ने उस महावत के साथ ज्यादा वक़्त गुज़ारा था। इसलिए मैरी को कंट्रोल करने में महावत को बहुत कठिनाई आ रही थी। इसी दौरान एक दिन सर्कस के प्रमोशन के लिए शहर में परेड का आयोजन किया गया। जिसमें मैरी समेत सारे जानवर और सर्कस के सभी कलाकार शामिल हुए थे। शहर के बीचों-बीच परेड निकाली गई।
इस दौरान रास्ते में मैरी को कुछ खाने की चीज दिखी, जिसके लिए वह तेजी से आगे बढ़ने लगा।नए महावत ने मैरी को ऐसा करते देख रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं रूका। इस दौरान महावत ने उसके कान के पीछे भाला मारा, जिससे हाथी तिलमिला उठा और गुस्से में उसे नीचे पटक दिया और उसके ऊपर अपना भारी-भरकम पैर रख दिया, जिससे महावत की मौ’त हो गई।
यह घट’ना देख कर लोगो में अफरा तफरी का माहौल बन गया। वहीं कुछ लोगों ने हाथी को मा र डालने के नारे लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि उस समय तो यह मामला शांत हो गया, लेकिन अगले दिन के अखबारों में इस घट ना को प्रमुखता से छापा गया, जिसके बाद घट ना पूरे शहर में धुवा की तरह फैल गई। इस खबर को पढ़ कर शहर के लोग सर्कस के मालिक चार्ली स्पार्क से मैरी (हाथी) को मृत्’युदंड देने की मांग करने लगे।
साथ ही उन्होंने धम’की भी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो, वो शहर में फिर कभी सर्कस नहीं होने देंगे। कई लोगों ने कई तरह से हाथी को मारने की बात कही। किसी ने ट्रेन से कुच’लवा कर मा’रने को कहा तो किसी ने हाथी को क’रंट देकर मा’रने की बात कही।आखिरकार लोगों की जिद के आगे चार्ली स्पार्क को झुकना ही पड़ा और उन्होंने मैरी (हाथी) को मृत्’युदंड देने का फैसला कर लिया।
इसके लिए उन्होंने 100 टन का वजन उठाने वाली एक क्रेन मंगवाई और 13 सितंबर 1916 को क्रेन की मदद से हाथी को हजारों लोगों के बीच फां’सी पर लटका दिया। इस घट’ना को इतिहास में जानवरों के प्रति मानवता का सबसे क्रूर उदाहरण माना जाता है।