महंगे बीज से लगाया धान और अब लेने से कर रहे हैं मना
पत्थलगांव । वर्तमान भारत ।
गजाधर पैंकरा ( पत्थलगांव संवाददाता)
पत्थलगांव जशपुर/ पिछले 6 महीने की मेहनत कुछ किसानों की अब बर्बाद हो चुकी है बाजार से खरीदे गए मंहगे धान के बीज में उचित धान की पैदावार नहीं होने से किसानों को अपनी मेहनत का फल नहीं मिल पा रहा है! दरअसल क्षेत्र में दर्जनों से भी अधिक ऐसे किसान हैं जिनके धान में बालियां तो आई परंतु बालियों में धान रुपी चावल बेहद कमजोर पैदा हुआ! जिसके कारण उपार्जन केंद्र में बेचे जाने पर वैसे किसानों का धान वापस कर दिया जा रहा है !किसान इससे बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं !उनका कहना है कि ब्याज पर रुपए लेकर खेती किसानी का काम में लगाए हैं परंतु अब धान में गुणवत्ताहीन चावल निकलने से उनकी मेहनत पानी में फिरता नजर आ रहा है !यहां के धान उपार्जन केंद्र में हर दिन ऐसे अनेक किसान पहुंच रहे हैं जिनके धान को उपार्जन केंद्र से गुणवत्ता हीन होकर लौटा दिया जाता है! किसान इस विपदा को कृषि विभाग की लापरवाही बता रहे हैं! उनका कहना है कि खेती से पूर्व किसानों को उन्नत बीज के संबंध में यदि कृषि विभाग द्वारा जानकारी या प्रशिक्षण दिया जाता तो उनके साथ ऐसा स्थिति पैदा नहीं होती !किसानों का आरोप हैकी कृषि विभाग अधिकारी कार्यालय में बैठकर अपने कार्यों को निपटा देते हैं उन्हें फील्ड में उतर कर किसानों की समस्या या उनकी समस्या के निदान से कोई संबंध नहीं रहता !किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि विभाग में पदस्थ कृषि विस्तार अधिकारी का अपने अधीनस्थ ग्रामीण विस्तार अधिकारियों पर नियंत्रण ना रहने के कारण उनकी बात कोई नहीं सुनता इन का खामियाजा क्षेत्र किसानों को उठाना पड़ रहा है,..!
मृदा परीक्षण में भी लापरवाही
कृषि विभाग द्वारा किसानों के खेत से मिट्टी लाकर उसका मृदा परीक्षण कराया जाता है जिसके बाद किसान उस परीक्षण से खेत में फसल लगाने की जानकारी पाते हैं परंतु विभाग द्वारा मृदा परीक्षण में लापरवाही करने के कारण क्षेत्र के हजारों किसान उपजाऊ फसल उगाने से पीछे हो जा रहे हैं !क्षेत्र के किसानों का कहना है कि कृषि विभाग द्वारा समय पर मृदा परीक्षण नहीं कराया जाता जिसके कारण उन्हें मिट्टी अनुकूल फसल लगाने की जानकारी नहीं मिल पाती किसानों का कहना है कि मिट्टी का मृदा परीक्षण कराने के लिए कृषि विभाग में आने के बाद चक्कर लगाना पड़ता है अधिकारी मृदा परीक्षण के लिए मिट्टी ले जाने के बाद कई कई माह जानकारी के लिए घूमाते रहते हैं…!
कृषि यंत्रों का बंटवारा मुंह देखकर
किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार अनेक योजनाएं संचालित कर रही है उन योजनाओं के तहत कृषि विभाग में कृषि यंत्रों की सप्लाई दी जाती है !यह यंत्र नई तकनीक से खेती करने में बेहद सहायक होते हैं! परंतु विभाग में बैठे अधिकारी इन यंत्रों का बंटवारा मुंह देख कर करते हैं! क्षेत्र के किसानों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विभाग में आने वाले कुछ विशेष यंत्र अधिकारियों द्वारा अपने चहेते किसानों को देने के बाद बाकी कीमती यंत्रों को यहां की कृषि दुकान में बेच दिया जाता है !किसानों ने यह भी बताया कि इन यंत्रों की खरीदी के लिए कृषि विभाग में दिनभर दुकानदारों की आवाजाही गोपनीय रूप से लगी रहती है..!
🌀गजाधर पैंकरा की रिपोर्ट