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OMG जशपुर समाचार :12 सालों से अन्न की जगह कंकड़-पत्थर खा रहा शख्स…कारण जानकर रह जाएंगे दंग…

जशपुर । वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा की रिपोर्ट

जशपुर,छत्तीसगढ़! वर्तमान भारत! जशपुर जिले की बगीचा विकासखंड के छिपाताला का रहने वाला संतोष लकड़ा की चर्चा पूरा प्रदेश में हो रही है! संतोष लकड़ा का दावा है कि वह ईश्वरीय प्रार्थना से लोगों की बीमारियां और दुख दर्द को खत्म करता है!

संतोष ईसाई धर्म को मानता है और उसने अपने घर के पूजा के कमरे में प्रभु यीशु की कई प्रतिमाएं और फोटो लगा रखा है! और इसी कमरे में बैठकर संतोष प्रार्थना के माध्यम से लोगों की तकलीफें दूर करने का दावा करता है !संतोष ने अब तक शारीरिक एवं अन्य परेशानियों से परेशान कई लोगों की परेशानियां दूर करने का दावा किया है !

संतोष प्रार्थना के दौरान घुटनों के बल बैठता है और दोनों घुटनों के नीचे खुरदूरे पत्थरों को रखकर ईश्वर की आराधना करता है! प्रार्थना के बाद संतोष लोगों के दुख दर्द को अपने अंदर ग्रहण करने का दावा करता है !इसके लिए संतोष पत्थरों के टुकड़ों को मुंह से निगल कर पेट तक पहुंचाता है !संतोष का दावा है कि इस कला के पीछे ईश्वरीय शक्ति है! इसको खाने से उसे कोई तकलीफ नहीं होती है !पत्थरों के खाने के बाद उसे खाना खाने की जरूरत नहीं पड़ती है !उसका पेट इन पत्थरों से भर जाता है !और यह पत्थर आराम से पच जाते हैं!

12 साल से खा रहा है पत्थर

संतोष का दावा है कि इन पत्थरों को पिछले 12 सालों से लगातार खा रहा है !संतोष कुमार द्वारा इस तरह की पत्थर खाने की कला से स्थानीय लोगों को और उनके परिजन भी हैरान हैं !उनका मानना है कि उन्होंने इस तरह की पत्थर खाते किसी इंसान को आज तक किसी ने नहीं देखा! परिजनों को पहले यह डर सताता था कि पत्थर खाने के दौरान कभी कुछ घटना ना घट जाए !पर उनको दिन-ब-दिन इसकी आदत हो गई है !संतोष की पत्नी अलीशा लकड़ा का कहना है कि अब तक उसने एक बोरे से ज्यादा पत्थरों को खा लिए हैं !संतोष को पत्थर खाने से ना कोई तकलीफ हुई है !और ना ही उसे आज तक डॉक्टर के पास ले जाया गया है !

रिटायर्ड सीएमएचओ डॉक्टर सीडी बाखला ने इंसान द्वारा पत्थरों को खाने पर आश्चर्य जताया है !उनका कहना है कि यह जानलेवा हो सकता है !मामले में दावे की जांच की जानी चाहिए! कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले में प्रशासन को हस्तक्षेप कर उस पर रोक लगानी चाहिए !क्योंकि इसका अनुसरण दूसरे लोग भी कर सकते हैं !और इससे उनकी जान जोखिम में जा सकती है !यह अंधविश्वास से जुड़ा मामला हो सकता है..!