सूरजपुर समाचार :पिलखा पहाड़ में पत्थरों के बीच से निकलता है पानी… ऋषि मुनि यहां करते थे तपस्या… रामकाल से जुड़ा है इसका इतिहास…
सूरजपुर। वर्तमान भारत ।
गजाधर पैकरा
सूरजपुर (छत्तीसगढ़)! वर्तमान भारत! छत्तीसगढ़ में कई प्राचीन जगह है !जो अब आस्था का केंद्र बने हुए हैं !उन्हीं में से एक है सूरजपुर जिले का पिलखा पहाड़ जो काफी ऐतिहासिक है! इस पहाड़ का इतिहास राम वन गमन पथ से भी जुड़ा हुआ है! ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री राम जब वनवास के लिए निकले थे, तो छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से होते हुए इसी रास्ते सरगुजा के रामगढ़ तक गए थे !
पत्थरों के अंदर से पानी आ रहा
वर्तमान में पिलखा पहाड़ में एक ऐसा कुंड मिला है !जिसमें पत्थरों के अंदर से पानी आ रहा है !कहा जाता है कि जिस जगह पर पानी का कुंड है वहां ऋषि मुनि तपस्या करते थे !जिनका इतिहास राम काल से जुड़ा हुआ है! यहां कुंड के स्थान में प्राकृतिक जल स्रोत से पानी आ रहा है !उसे छिपली पानी कहा जाता है !मानना है कि इस स्थान पर विश्वा ऋषि तपस्या करते थे! और ठीक इसके बगल में छिपली पानी कुंड है !यह विश्वा मुनि का निवास स्थान था !पिलखा पहाड़ के पास में बसे गांव के भोला सिंह बताते हैं कि इस जल स्रोत का नाम प्राचीन काल से ही छिपली पानी रखा गया है!
पूर्वज बताते हैं कि यहां जो पानी बहता है वह एक थाली के आकार का था !उसी की वजह से इसको छिपली पानी कहते हैं !स्थानीय भाषा में भी छिपली को थाली कहते हैं!उन्होंने बताया कि पहाड़ के नीचे का पत्थर गुफानुमा कटा हुआ है !उसके नीचे के कुंड में 12 महीने पानी भरा रहता है! जो हमेशा ठंडा रहता है !जो लोग पहाड़ में आते हैं वह इस पानी का उपयोग पीने के लिए भी करते हैं!
बताया जाता है कि विश्वा मुनि का यही निवास स्थान था ! यहीं बैठ कर ध्यान (तपस्या)करते थे !यहां भोलेनाथ की मूर्ति भी स्थापित है! बता दें कि पिलखा पहाड़ का चिपली पानी आसपास के लोगों के लिए बहुत खास है! इस जगह पर जो कुंड है, उसमें पानी पहाड़ों के पत्थरों अंदर से आता है ,जो हमेशा ठंडा रहता है !
जो लोग वनोपज की तलाश में इस पहाड़ में आना-जाना करते हैं !वह छिपली का पानी ही पीते हैं क्योंकि इतने बड़े पहाड़ में और कहीं जल स्रोत नहीं है! वैसे तो पिलखा पहाड़ के चिपली पानी की कहानी हर कोई नहीं जानता लेकिन अब सोशल मीडिया में इस जगह के बारे में काफी जानकारियां उपलब्ध हो गई है! जानकारी मिलने के बाद लोग इस जगह पर सैर सपाटा करने के लिए भी पहुंचते हैं!
जाने पर्यटक की जुबानी
ऐसे ही एक पर्यटक राहुल शर्मा पिलखा पहाड़ के छिपली पानी में घूमने पहुंचे थे !राहुल शर्मा का कहना है कि यह बहुत प्राचीन पहाड़ है !इसके पीछे की कहानी उदयपुर में रामगढ़ पहाड़ से जुड़ी हुई है !कहा जाता है कि इस पहाड़ को लक्ष्मण जी और हनुमान जी वहां ले जा रहे थे! तो बीच में यह टूट कर यहां रह गया! इसके बाद से दोबारा इस पहाड़ को किसी ने ले जाने का प्रयास भी नहीं किया !यह पहाड़ तब से यहां है !इसके अलावा इस पहाड़ पर विश्वा मुनि भी रहे हैं !इस तरह की बातें इतिहास में सुनने को मिली है !अभी छत्तीसगढ़ शासन ने इसे भी पर्यटन स्थल के रूप में लिया है..!