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जशपुर समाचार :शुद्ध पानी के लिए तरस रहे यहां की आदिवासी परिवार… जिस पानी को मवेशी पीते हैं उसी को पी रहे हैं यहां के इंसान… इतने परिवार मवेशियों के पीने योग्य पानी को पीने पर मजबूर …

जशपुर । वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा

जशपुर (छत्तीसगढ़)! वर्तमान भारत! जिले के फरसाबहार ब्लॉक के ग्राम पंचायत तुमला के आश्रित ग्राम बांकीटोला के टोलापारा में लगभग 8 परिवार निवास करते हैं !जिन्हें इस भीषण गर्मी में शुद्ध पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है !शुद्ध पानी नसीब नहीं हो रहा है!

गर्मी का मौसम शुरू होते ही पानी की समस्या आम हो जाती है !गर्मी के शुरुआती दिनों में शासन-प्रशासन दावा करती है कि लोगों को पानी की समस्या नहीं होगी !समय रहते खराब हैंडपंपों का सुधार किया जाएगा और जहां हैंडसम नहीं है वहां नए हैंडपंप लगवाए जाएंगे! जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके !लेकिन छत्तीसगढ़ की जशपुर से ऐसी तस्वीर सामने आई है! जिससे शासन प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है !दरअसल जिले में एक ऐसा गांव है !जहां के निवासी नदी की रेत में छोटा-छोटा गड्ढा खोदकर उससे निकलने वाले पानी को पीने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं! यही नहीं कि उसी गड्ढे के पानी को मवेशी भी पी रहे हैं !

आलम यह है कि टोला पारा की निवासी गांव से होकर बहने वाली छोटी सी बांकी नदी का पानी पीते हैं!वहां की ग्रामीणों ने बताया कि नदी का पानी गंदा रहता है ,जो पीने योग्य नहीं रहता ,इसीलिए उस नदी के किनारे में जो रेत है , उसमें छोटा-छोटा गड्ढा करते हैं और उस गड्ढे में नदी का पानी रिस कर भर जाता है !उसी पानी को छोटे से बर्तन से भर कर पात्रों में रखकर अपने घर ले जाते और पीने के लिए इस्तेमाल करते हैं !

शुद्ध पानी के लिए तरस रहे हैं यहां के आदिवासी

ग्रामीणों का कहना है कि हर साल गर्मी के दिनों में पानी के लिए ऐसे ही हालात बन जाते हैं !शुद्ध पानी के लिए लोगों को तरसना पड़ता है !यही वजह है कि नदी का गंदा पानी पीना पड़ता है! बता दें कि ग्राम तुमला आदिवासी बाहुल्य गांव है !जो उड़ीसा बॉर्डर से सटा हुआ है ,और जशपुर जिले के अंतिम छोर में बसा हुआ है! शायद यही वजह है कि यहां चुनाव के समय वोट मांगने वाले नेताओं के अलावा कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचते हैं !

पानी समस्या कि नहीं हो रही कोई कार्यवाही

स्थानीय जनप्रतिनिधि बताते हैं कि गांव में पानी की समस्या है !इस बात को कई बार जन समस्या शिविर में रखा गया लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है !चुनाव के समय नेता आते हैं और यह कहकर जाते हैं कि बोर करवा देंगे लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है! वही ग्रामीणों की समस्या को लेकर पीएचई विभाग के अधिकारियों से बात कीये! वे 1 ,2 दिन के अंदर गांव में व्याप्त पानी की समस्या का समाधान करने की बात कह देते हैं!

पीएचई विभाग का यह कहना है

पीएचई विभाग के ईई वीके उरमलिया ने बताया कि ग्राम पंचायत तुमला का आश्रित ग्राम है मकरीबंधा, उसका एक मोहल्ला है पकरी टोली जो नदी किनारे बसा हुआ है !अभी वहां हैंडपंप नहीं है और 8 घर है! काफी दूर-दूर में घर है फैला हुआ है!हम कोशिश करेंगे कि एक-दो दिन में वहां बोर हो जाए !अभी वहां के ग्रामीणों को समझा दिया गया है कि जो पानी पी रहे हैं उसे उबाल कर पीएं..!