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जशपुर समाचार: “जशपुर काजू” को मिल रही अहम कामयाबी…किसानों की बढ़ रही दोगुनी-तिगुनी आमदनी…पढ़ें पूरी खबर

जशपुर । वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा

जशपुर (छत्तीसगढ़ )वर्तमान भारत। जिले में काजू की खेती से किसानों की आय दोगुनी-तिगुनी हो रही है ।उनकी जिंदगी में कुछ नयापन आ रहा है ,और वो खुशहाल, मालामाल हो रहे हैं ।जशपुर में इसकी नींव एक दशक पहले ही रखी गई थी ।जशपुर के दुलदुला तहसील में नाबार्ड बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत काजू की खेती को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2007_08 में 1,000 किसानों को काजू और आम के पौधे दिए गए थे। एक किसान को 1 एकड़ भूमि में 30 काजू के पेड़ और 25 आम के पेड़ लगाने थे।

इसके पश्चात फिर से 2012-13 दुलदुला प्रखंड के 1,000 किसानों को काजू और आम के पौधे दिए गए। यहां पर काजू प्रोसेसिंग से जुड़े सहयोग समिति के सचिव मनोज कुमार का कहना हैं कि क्षेत्र में काजू की खेती की बेहतर उपजाऊ को देखते हुए यहां पर किसानों को काजू की खेती से जोड़ने की योजना बनाई गई थी ।दुलदुला में इसके अंतर्गत 2,000 किसानों ने इसकी खेती की है ।वहीं पूरे जशपुर जिले की बात करें तो यहां पर काजू खेती करने वाले किसानों की संख्या 7,000 से 8,000 के बीच है।

इससे पहले 2015 में दुलदुला में एफपीओ का गठन किया गया ।यहां पर काजू प्लांट खोलने के बाद किसानों को इसके अच्छे दाम अब मिल रहे हैं ।मनोज कुमार का कहना है कि किसानों को ग्रेड के आधार पर काजू की कीमत दी जाती है। ग्रेड ए के लिए 120 रुपए प्रति किलो और ग्रेड बी के लिए 100 रुपए प्रति किलो और ग्रेड सी के लिए 80 रुपए प्रति किलो की दर से किसानों को पैसे मिल रहे हैं।

प्लांट के प्रारंभ हो जाने से किसानों की कमाई दो से 3 गुना बढ़ गया है ।मनोज कुमार ने कहा कि पहले जहां किसानों को काजू बेचने पर 12 हजार से 15 हजार की कमाई होती थी ।वहीं किसान अब 20 से 30 हजार रुपये की काजू बिक्री कर रहे हैं। काजू को बेचने के लिए उन्हें जशपुर ब्रांड का नाम दिया गया है।