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DFO-SDO पहुंचे बंगुरसिया, कूप का किया निरीक्षण,सीसीएफ की फटकार के बाद बांस कूप हटाने का काम शुरू !

रायगढ़ । वर्तमान भारत ।

रितेश सिदार को रिपोर्ट

रायगढ़। बंगुरसिया में वन विभाग की लापरवाही से लाखों के बांस कूप खराब होने की गूंज बिलासपुर वृत्त तक पहुंच गयी है । सीसीएफ ने इसे काफी गंभीरता से लिया है और जांच करने के निर्देश दिये हैं । ऐसे में सीसीएफ के निर्देश के बाद आज शाम डीएफओ व एसडीओ खुद बंगुरसिया पहुंच गये और कूप का निरीक्षण करने के बाद बांस को उर्दना डिपो भिजवा दिया है। वनमंडल रायगढ़ में बांस के जंगलों के अस्तित्व पर लगातार खतरा मंडरा रहा है । एक तरफ कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बांस की अवैध कटाई हो रही है तो दूसरी तरफ शासन को भी लाखों का चूना लग रहा है। बंगुरसिया में बांस कूप के सड़ने की घटना ने विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है।

हालांकि इस मामले की गूंज बिलासपुर सीसीएफ ऑफिस तक जाने के बाद अब अधिकारी हरकत में आ गये हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीएफ ने मामले को काफी गंभीरता से लिया है और इसे एक बड़ी लापरवाही माना है। जानकारी मिलने के बाद सीसीएफ ने रायगढ़ डीएफओ से वस्तुस्थिति की जानकारी ली और आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये, जिसके बाद शाम को डीएफओ सुश्री स्टायलो मंडावी व एसडीओ अमिता गुप्ता अपनी टीम के साथ बंगुरसिया पहुंचे और बांस हटाने का काम शुरू करवा दिया। अपनी मौजूदगी में ही मजदूर लगाकर बांस को डिपो भिजवाने का काम किया गया। अब देखना है कि इस लापरवाही के पीछे किसे जिम्मेदार ठहराया जाता है क्योंकि इस पूरे मामले में बीट गार्ड से लेकर डिप्टी रेंजर व रेंजर की जवाबदारी बनती है।

पिछले साल भी हुई थी बांसों की क्षति


यहां यह बताना जरूरी होगा कि पिछले साल भी यहां लाखों के बांस को क्षति पहुंची थी। इंदिरा विहार में अवैध कटाई कर रखे गये बांस सड़ गये थे और निस्तारी के लायक भी नहीं रह गये थे। यह सब विभाग के ही स्टाफ ने किया था मगर जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई और कर्मचारियों के ट्रांसफर कर दिये गए। जबकि नियमतः अवैध कटाई के मामले में जांच करते हुए जिम्मेदारों से इसकी रिकव्हरी होनी थी।