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सामान्य सभा में हंगामे के बीच सभी एजेंडे बहुमत से पारित…. तीखी नोकझोंक से सभा का बहिष्कार ….चर्चा पर अड़ा विपक्ष …..अमृत मिशन में भारी भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सम्पन्न …..अवैध वसूली पर सत्तापक्ष को घेरा

अंबिकापुर । वर्तमान भारत ।

इरफान सिद्दीकी ( उप संपादक )

अम्बिकापुर:-लम्बे समय बाद आज आयोजित हुए निगम के सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार रही , भारी हंगामे के बीच भोजनावकाश से पूर्व ही बिना चर्चा के सत्ता पक्ष द्वारा सभी विषयों को हंगामें की बीच बहुमत से पारित कर दिया गया । वहीं विपक्ष ने सत्तापक्ष पर जनहित से जुड़े मुद्दों से दूर भागने का आरोप लगाया। बाजार प्रभारी ने एमआईसी की बैठक में कहा था कि ठेले-खोमचे वालों से बाजार में कौन वसूली कर रहा है इसकी जानकारी मुझे नहीं दी जाती है, इस मामले पर भाजपा के पार्षदों ने सत्ता पक्ष को घेरा, इसके अलावा उन्होंने पूरे शहर में ठेले खोमचे वालों द्वारा बेतरतीब तरीके से दुकान लगाने व इससे यातायात बाधित होने और मंदिर गुरुद्वारा समेत धार्मिक स्थलों के पास से मांसाहारी दुकानों को हटाने की मांग रखी जिसपर पीडब्ल्यूडी प्रभारी ने व्यवस्थापन तथा ठेलों की नंबरिंग करने की बाद कही ।

वहीं कुछ दिन पूर्व एमआईसी की बैठक में एमआईसी सदस्य ने बाजार में ठेले वाले, गुमटी वालों से अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए कहा था कि मुझे केवल नाम का बाजार का प्रभार दिया गया है। किसी चीज की जानकारी मुझे नहीं दी जाती है। इस मामले को लेकर भी सामान्य सभा में विपक्ष द्वारा निगम सरकार पर अवैध वसूली का आरोप लगाते रहे और बताया की किस तरह से अवैध वशूली का खेल खेला जा रहा है जिससे महीना में निगम अमला को लाखों का चूना लगाया जा रहा है । सभी काम आपके नाक के नीचे हो रहे है और आपलोगों को पता भी नही है यह आरोप विपक्ष ने सत्ताधारियों पर कहा है ।

अवैध वशूली का भी विपक्ष ने लगाया आरोप

विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर निगम सरकार को घेरा। गुरुवार को राजमोहनी भवन में नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई। विपक्ष के हंगामे के बीच 22 एजेंडों को सत्तापक्ष ने बहुमत से पारित कर दिया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रबोध मिंज, पार्षद आलोक दुबे, मधुसूदन शुक्ला निगम की कांग्रेस सरकार को अपने सवालों से घेरते नजर आए। पार्षद आलोक दुबे ने अतिक्रमण के मामले में निगम के राजस्व अमले पर सेटिंग का आरोप लगाया। वहीं मधुसूदन शुक्ला ने अमृत मिशन योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच सदन में तीखी बहस हुई।

सामान्य सभा की बैठक में नोक झोंक के बीच विपक्ष ने सत्ताधारीयों पर अवैध वशूली पर ध्यानाकर्षण रखने के बात को सभा मे उठाया और आरोप लगाया की तथाकथित कुछ निगम अमला के कर्मचारियों के द्वारा अधिकारियों से मिली भगत कर ठेले,गुमचे,मटन मार्केट से अवैध वशूली का आरोप लगाया गया जिसमें प्रमुख रूप से मैरीन ड्राइव स्थित मटन/मुर्गा मार्केट से अधिकारी के साथ मिली भगत से कर्मचारियों द्वारा इस बाजार से रोजाना अवैध वशूली का आरोप सत्ता पक्ष पर लागया और इस बाजार की और ध्यानाकर्षण रखने को कहा गया, सूत्रों की माने तो मटन मार्केट निगम अमले के लिए “सोने की अंडा देने वाली मुर्गी” बताया गया है जहां से रोजाना हजारों रुपये अवैध वशूली से निगम अमला को महीने में लाखों रुपये का चूना लग रहा है बताया जाता है की मुर्गी के गरने नीचे होने से 500 रुपये फ़ाईन या 2 की.मुर्गा घर के लिए मुफ्त में लिया जा रहा है, यहाँ के व्यपारि बताते है की ये बात एकदम सही है व 100% सच है बजार में डर व भय कायम कर अवैध वशूली का खेल दिनदहाडे खेला जा रहा है पर ईस ओर किसी का ध्यान नही है राशिद मांगने पर बजार से बाहर कर देने की बात कही जाती है इस वज़ह से यहाँ पर अपनी रोजी-रोटी को कोई खोना नही चाहता इसलिए कैमरे के सामने या उच्च अधिकारियों तक शिकायत नही जा पाती है जिस्से हौसला और ज्यादा बुलंद है ।

नगर निगम की सामान्य सभा गुरुवार की दोपहर 12 बजे से राजमोहनी भवन में सभापति अजय अग्रवाल की उपस्थिति में शुरू की गई। सदन शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष प्रबोध मिंज ने समान्य सभा की बैठक समय-समय पर नहीं कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष को समान्य सभा में ही अपनी बात रखने का मौका मिलता है जिसे भी नियमित समय पर नहीं कराया जा रहा है।

सामान्य सभा की बैठक में विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का क्रियान्वयन नहीं होने का भी आरोप लगाया। वहीं विपक्षी पार्षदों ने निगम सरकार को अमृत मिशन योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इस दौरान पक्ष व विपक्ष के बीच तीखी नोक झोक हुई। विपक्ष के पार्षद मधुसूदन शुक्ला ने कहा कि अमृत मिशन योजना के लिए १०६ करोड़ राशि स्वीकृत हुई थी। यह राशि फिर नहीं मिलने वाली है।
इसका काम सही से होना चाहिए था, जो भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया है। शहरवासी पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं। मात्र 15-20 मिनट ही पानी मिल पाता है। इस पर सत्ता पक्ष से एमआईसी प्रमुख शफी अहमद ने कहा कि प्रमाण के साथ आरोप लगाएं। अगर संतुष्ट नहीं हैं तो शासन से इसकी जानकारी आप मांग सकते हैं।

डामरीकरण में भेदभाव का आरोप

विपक्ष के पार्षदों ने शहर में डामरीकरण के मामले में भेदभाव का आरोप लगाया है। विपक्ष के पार्षदों ने कहा कि अधिकतर डामरीकरण के काम की स्वीकृति सत्तापक्ष के पार्षदों के वार्डों में मिली है। इस पर एमआईसी प्रमुख शफी अमहद ने कहा कि शासन से डामरीकरण के लिए 7 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है।
इसमें 1 करोड़ का काम कराया गया है। शेष डामरीकरण का काम बारिश के बाद कराया जाएगा। अगर कुछ वार्ड का डामरीकरण का काम छूट गया होगा तो उसे प्राथमिकता से सूची में शामिल करा कर काम कराया जाएगा।

अतिक्रमण में सेटिंग का आरोप

विपक्ष के पार्षद आलोक दुबे ने कहा कि निगम क्षेत्र के ट्रांस्पोर्टनगर, मठपारा, गंगापुर में अतिक्रमण तेजी से हो रहा है। उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा इसकी जानकारी निगम आयुक्त व जिला प्रशासन को भी दी गई है। लगभग दो सौ से ज्यादा अतिक्रमण के फोटो ग्राफ के साथ शिकायत की गई है।
उन्होंने निगम के राजस्व अमले पर सेटिंग कर अतिक्रमण कराने का आरोप लगाया। वहीं सभापति अजय अग्रवाल के निर्देश पर सत्तापक्ष द्वारा शासकीय भूमि की जांच कराकर सुरक्षित करने की बात कही गई।

विपक्ष के सवाल एजेंडे से गायब

नेता प्रतिपक्ष प्रबोध मिंज ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्षदों द्वारा लगाए गए सवाल को निगम सरकार द्वारा एजेंडों में शामिल नहीं किया गया है। इस बात को लेकर विपक्ष ने काफी नाराजगी व्यक्त करते हुए हंगामा किया। इस दौरान महापौर ने सभी एजेंडों को बिना चर्चा के ही पास करने की बात कही।इस बात पर विपक्ष उग्र हो गया और कहा कि हम लोग केवल बैठक में शामिल होने नहीं आते हैं। एजेंडों को सर्वसम्मति से चर्चा के बाद ही पास किया जाना चाहिए। इसके बावजूद भी सत्तापक्ष द्वारा बहुमत से एजेंडों को पारित कर दिया गया।

महापौर से इस्तीफे की मांग

विपक्ष ने पीएम आवस निर्माण में निगम सरकार पर नाकामी का आरोप लगाते हुए कहा कि शासन के पंचायत मंत्री ने पीएम आवास में नाकामी पर इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह महापौर भी पीएम आवास निर्माण में अपनी नाकामी मानते हुए इस्तीफा दें। विपक्ष ने आरोप लगाया कि निगम क्षेत्र में 4 हजार गरीबों का पीएम आवास नहीं बन पाया है।