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वर्तमान भारत ब्रेकिंग- 22 से अनिश्चितकालीन हड़ताल में शिक्षकों ने झोंकी ताकत … प्रदेश के समस्त स्कूलों में होगी तालेबंदी जानिए कितने शिक्षक संगठन फेडरेशन के साथ कुदे…..

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by किरण ग्वाला ( कार्यकारी सम्पादक)

रायपुर :- मंहगाई भत्ता DA और गृहभाड़ा भत्ता HRA शासकीय सेवकों का मौलिक अधिकार है, जो केंद्र से तय रूप में प्राप्त ना हो रहा हो, तो उसे प्राप्त करने के लिए प्रजातांत्रिक रूप से लड़ाई लड़ना प्रत्येक शासकीय सेवक का कर्तव्य हैं। सभी को पता ही हैं कि छत्तीसगढ़ के शासकीय सेवको को केंद्र से 6% कम DA और छठवे वेतनमान के अनुसार HRA प्राप्त हो रहा है। गत समय मे DA का आदेश हुआ है वह नियत तिथि से नही हैं जिससे बड़ा वित्तीय नुकसान हुआ है जो सीधे तौर पर वेतन की कटौती हैं। सरकार का यह अन्यायपूर्ण कार्य हैं। केंद्र के समान नियत तिथि से 34% DA एवं सातवें वेतनमान के अनुसार HRA की एक सूत्रीय मांग को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जो छत्तीसगढ़ के 90 से अधिक शासकीय सेवकों के विभिन्न संघों का समूह है। उसके बैनर तले चरणबद्ध आंदोलन के चौथे चरण में 22 अगस्त 2022 से प्रांतव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल होने जा रहा है। इस आंदोलन में सभी शासकीय सेवको की तरह ही प्रदेश के समस्त शिक्षक भी हड़ताल में शामिल होंगे। जिससे प्रदेश के स्कूलों में तालाबंदी की स्थिति बनेगी।

फेडरेशन के साथ मिलकर आंदोलन में शामिल शिक्षक संघ एवं उनके प्रांताध्यक्ष, “छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ-केदार जैन, छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन-मनीष मिश्रा, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ-ओकार सिंह, छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन-राजेश चटर्जी छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक संघ-विश्राम निर्मलकर, छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ-राकेश शर्मा, छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ-चंद्रभानु मिश्रा, नियमित व्याख्याता संघ.दिलीप झा, वरिष्ठ शिक्षाकर्मी संघ-मनोज उपाध्याय, छत्तीसगढ़ वरिष्ठ व्याख्याता संघ-भूपेंद्र गिलहरे, छत्तीसगढ़ शिक्षक महासंघ-नानीदास दीवान, छत्तीसगढ़ शिक्षाकर्मी महासंघ-राजनारायण द्विवेदी, शालेय कल्याण शिक्षक पाठक संघ-मनोज साहू, छत्तीसगढ़ शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ-हरीश दीवान, छत्तीसगढ़ शिक्षक महफेडरेशन-राजेश पॉल, छत्तीसगढ़ क्रांतिकारी शिक्षक-लालू भारद्वाज” ने

प्रदेश के सभी शिक्षकों से अपील किया है कि अपने हक की इस लड़ाई में आप सभी जरूर शामिल होवे और अपनी मजबूत एकता का परिचय सरकार को देवे ताकि सरकार दमन करना छोड़ हमारे हक को प्रदान करें। कतिपय लोगो द्वारा इस हड़ताल में शिक्षक सवर्ग शामिल नहीं होंगे कहकर भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। असल मे ये शिक्षक, कर्मचारी विरोधी लोग है जो सरकार के साथ मिले हुए हैं और सरकार के इशारे पर हड़ताल को कमजोर करने और शिक्षक समुदाय को एकता का विरोधी बताकर उनके हक से अलग रखने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगो के भ्रामक प्रचार में न आकर सभी शिक्षक हड़ताल में जरूर शामिल होवे।
सरकार में बैठे जनप्रतिनिधियों को जब अपना वेतन, भत्ता, सुविधा आदि बढ़ाना होता है तो मिनटों में बढ़ा लेते हैं तब वित्तीय स्थिति आड़े नहीं आता लेकिन जब शासकीय सेवकों को उनका जायज हक देना होता है तो वित्तीय स्थिति का रोना रोया जाता है जो स्वीकार योग्य नहीं है। आप सभी जानते है कि फेडरेशन का हड़ताल लगातार मजबूती से हुआ हैं। जिससे शासकीय कार्यालयों और शालाओं में सम्पूर्ण तालाबंदी रही है। इस बार इसका असर और भी तेज दिखने वाला है क्योकि प्रदेश के कर्मचारी अधिकारी आक्रोशित हैं। जब बड़ा आंदोलन होता है तो उसे कमजोर करने के लिए सरकार सहित कुछ स्वार्थी तत्व भी सक्रिय हो जाते है। उनके बातों को हमे ध्यान नही देना है। सफलता के लिए सिर्फ अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहना है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा सहित सभी प्रांताध्यक्षो ने 22 अगस्त से होने वाले हड़ताल में प्रदेश के समस्त शिक्षकों, शासकीय सेवकों से शामिल होने का अपील किया है।