अधिकारियो के संरक्षण मे फल फूल रहा झोला छाप डाक्टर
रायगढ़ से रितेश सिदार की रिपोर्ट
रायगढ़ ब्लॉक के जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत तिलगा मे उपस्वास्थ केंद्र के सामने झोलाछाप डॉ. दीपक बंगाली का क्लीनिक है यह झोलाछाप डॉ. के पास ना कोई डिग्री है ना कोई डिप्लोमा इसके वावजूद पीछे 5 सालो से ये बेख़ौफ़ होकर क्लिनिक का संचालन कर रहा है जहाँ रोज सुबह 7 बजे से मरीजों का ताता लगा रहता है गाँव मे उपस्वास्थ केंद्र है लेकिन वह भगवान भरोसे चलता है ये डॉक्टर मरीजों को किसी प्रकार की कोई लिखित पर्ची नहीं देते हैं। ऐसे में अनहोनी होने पर ये ग्रामीणों के आरोपों को सिरे से खारीज कर देते हैं। आप चाहे इन्हें झोलाछाप कहें या बंगाली डॉक्टर ये शहर सहित पूरे विकासखण्ड में फेल चूके हैं। इनका जादू मरीजों की जेब ढिली करने में चल रहा है बार-बार बदल रहे मौसम चलते क्षेत्र में कई प्रकार की बीमारियां पनप रही हैं और झोलाछाप डॉक्टर अभी से सक्रिय हो गए हैं जो नब्ज टटोलकर लोगों को टेबलेट, इंजेक्शन दे रहे हैं। इसके एबज में मोटी रकम वसूलकर अपनी जेबे भरने में लगे हुए हैं। छोटी बीमारी हो या बड़ी सभी एक जैसी दवाएं देते हैं, जिस कारण लोगों की हालात और भी बिगड़ जाती है, फिर सीधे बड़े अस्पताल का रूख करते है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। फिर भी वरिष्ठ अधिकारी ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के विरूद्ध कार्रवाई करने में असक्षम दिख रहे. कस्बे के उपस्वास्थ केंद्र में डॉक्टर अपनी मर्जी से आते हैं और चले जाते हैं, जिस कारण मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। इंतजार करते-करते मरीजों को हताश होकर घर वापस लोटना पड़ता है। इसी कारण लोग मजबूरी में इन निजी क्लीनिक पर इलाज कराने पहुंच जाते हैं।
लंबे समय से नहीं हुई कोई भी कार्रवाई