कोतासुरा पंचायत भवन में 15 अगस्त को तिरंगा झंडा उल्टा फहराए जाने का मामला पकड़ा तूल, महिला सरपंच के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराने साक्ष्यों के साथ पुसौर थाने मे हुई लिखित शिकायत…!! मीडिया में मामला उछलने के बावजूद प्रशासन अब तक मौन क्यों?
रायगढ़ । वर्तमान भारत ।
आलेख – आशीष यादव
रायगढ़ :- कोतासुरा पंचायत भवन में 15 अगस्त को महिला सरपंच के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा उल्टा फहराए जाने जाने का मामला धीरे-धीरे अब तूल पकड़ता जा रहा है! ध्वज संहिता के उल्लंघन का मामला सोशल मीडिया और दैनिक अखबारों में सुर्खियां बटोरने के बावजूद जिम्मेदारों की उदासीनता समझ से परे है! सूत्रों के अनुसार कोतासुरा के महिला सरपंच की राजनीतिक रसूख के आगे जिला प्रशासन की कार्यवाही बौनी नजर आ रही है! जबकि बीते दिनों कार्यवाही की मांग को लेकर जिला कलेक्टर से भी लिखित शिकायत हो चुकी है, किंतु अब तक महिला सरपंच के विरुद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो सकी है! कार्यवाही ना होता देख अब पुसौर थाने में भी ध्वज संहिता उल्लंघन मामले का साक्ष्यों के साथ लिखित शिकायत कर एफ आई आर दर्ज करने की मांग की गई है!
जानिए क्या है पूरा मामला….
दरअसल 15 अगस्त 2022 को आजादी के 75 वे वर्षगांठ पर संपूर्ण भारतवर्ष अमृत महोत्सव के रूप में मनाया! इसी कड़ी में 15 अगस्त के दिन ग्राम पंचायत कोतासुरा में भी ध्वजारोहण कर अमृत महोत्सव मनाया गया किंतु कोतासुरा के महिला सरपंच सबिता मालाकार द्वारा अमृत महोत्सव 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर पंचायत भवन कोतासुरा में तिरंगा झंडा को उल्टा फहराया गया था, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई और समाचार पत्रों में भी प्राथमिकता से खबरों का प्रकाशन हुआ! सोशल मीडिया मीडिया पर सुर्खियों में रहने के बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके बाद गांव के ही एक जागरूक ग्रामीण के द्वारा जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत की गई जिस पर जिला कलेक्टर ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है! कोतासुरा ध्वज संहिता के उल्लंघन का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है, इसी कड़ी में 15 सितंबर को ग्राम कोतासुरा पंचायत के निवासी लोमश पटेल, पमलोचन साव और दूर्गेश यादव द्वारा पुसौर थाने में साक्ष्यों के साथ महिला सरपंच के विरुद्ध ध्वज संहिता के उल्लंघन मामले में एफ आई आर दर्ज करने हेतु लिखित शिकायत दी गई है! आवेदन में उल्लेख किया है कि उल्टा तिरंगा फहराकर ध्वज सहिता 2002 व राष्ट्रीय अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 के तहत उल्घ्न किया गया है लगभग 1माह बीत जाने एव कई समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बावजूद भी आजतक इसमें कोई कार्यवाही नही किया गया है जो किसी राजनीतिक सरक्षण होने के कारण इसमें कार्यवाही नही हो रहा है जबकि वीडियो में ध्वज सहिता का स्पष्ट उलघ्न दिख रहा है तथा आजतक महिला सरपंच के द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मागा गया है। शिकायतकर्ताओं ने आवेदन में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को उल्टा फहराए जाने की वीडियो सीडी और समाचार पत्रों मे प्रकाशित खबर की कटिंग भी संलग्न किया है तथा राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन करने वाले कोतासुरा की महिला सरपंच सबिता मालाकार के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर की मांग किया गया है!
बहरहाल कोतासुरा ध्वज संहिता के उल्लंघन का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है, ग्रामीणों की लिखित शिकायत के बाद पुसौर पुलिस ने भी मामले में जांच शुरू कर दी है! जांच में दोषी पाए जाने पर महिला सरपंच के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की बात पुसौर पुलिस द्वारा कही जा रही है! अब यह देखना लाजिमी होगा कि ध्वज संहिता उल्लंघन के मामले में पुलिस जांच उपरांत कब अपराध दर्ज करती है या फिर जनप्रतिनिधि के राजनैतिक रसूख के आगे पुलिस की कार्यवाही बौनी हो जाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा!