Jaspur Elephant Attack News : जशपुर में हाथियों की कहर थमने का नाम नहीं…घर के बाहर खड़ी महिला पर आक्रमण… फिर उतारा मौत के घाट…पढ़ें पूरी खबर
जशपुर । वर्तमान भारत ।
गजाधर पैकरा
तपकरा /जशपुर (छत्तीसगढ़ )वर्तमान भारत !जिले की तपकरा वन परी क्षेत्र के बाबूशाजबहार गांव में निवासी महिला 65 साल की प्यारी टोप्पो सोमवार सुबह करीब 5:00 बजे सो कर उठने के बाद घर के दरवाजे के पास पहुंची थी ।
बताया जा रहा है कि जैसे ही उसने घर का दरवाजा खोला ।एक हाथी ने अचानक से उसे सूंड में जकड़ लिया। इसके बाद खींचते हुए धान के खेत के पास ले गया और पैर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। शोरगुल सुनकर परिजन और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और हाथी को भगाया ।तब तक प्यारी टोप्पो की जान जा चुकी थी।
इसके बाद लोगों ने वन विभाग को सूचना दी ।बताया जा रहा है कि हाथी अभी गांव के आसपास विचरण कर रहा है।फिलहाल लोगों को चेतावनी दिया गया है। वहीं वन विभाग की टीम भी निगरानी कर रही है ।तपकरा वन रेंज के एसडीओ नवीन निराला ने तत्काल महिला के परिजनों को 25,000 हजार रुपए की राहत प्रदान किया गया। जबकि आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा होने के बाद 5.75 लाख रुपए की बाकी मुआवजे दिया जाने की सांत्वना दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 14 हाथियों के एक झुंड ने ओडिशा से तपकरा वन रेंज में प्रवेश किया था ।जशपुर जिला उड़ीसा और झारखंड की सीमा से लगा हुआ है ।ऐसे में यहां के घने जंगल हाथियों का रहन वसन हो गया है ।उन्होंने बताया कि राज्य के उत्तरी भाग में मानव -हाथी द्वंद युद्ध पिछले दशक से चिंता का विषय बना हुआ है। और अब खतरा मध्य क्षेत्र के कुछ जिलों में फैल गया है।
हाथियों के दहशत आधे ब्लॉक प्रभावित क्षेत्र में शामिल हो गए हैं। इनमें फरसाबहार के साथ पत्थलगांव कुनकुरी ,दुलदुला और अन्य ब्लॉक भी शामिल है ।हाथियों को काबू रखने के लिए किए गए सरकारी उपाय करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी बेकार साबित हो रहे हैं ।थक हारकर वन विभाग हाथियों को साथी बनाने के लिए जागरुकता अभियान चला रहा है।