Latest:
Event More News

जिले में धान खरीदी का शुभारंभ, टोकन के लिए मारा मारी खत्म मोबाइल एप्प ”टोकन तुंहर हाथ”….खेलसाय सिंह एवं पारसनाथ राजवाड़े ने किया शुभारंभ

सूरजपुर । वर्तमान भारत ।

इरफान सिद्दीकी ( उप संपादक)

सूरजपुर:-छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का शुभारंभ कलेक्टर सुश्री इफ्फ्त आरा के मार्गदर्शन में जिले की सभी 47 समितियों के 50  उपार्जन केंद्रों में चाक चौबंद व्यवस्था के साथ हुआ। सभी खरीदी केंद्रों में धान खरीदी की आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। जिले के सभी खरीदी केंद्रों में जन प्रतिनिधियों और क्षेत्र के किसान सदस्यों की उपस्थिति में धान खरीदी की औपचारिक  शुरुआत हो गयी।

यह धान खरीदी 01 नवम्बर 2022 से लेकर 31 जनवरी 2023 तक चलेगी। समिति रामानुजनगर, उमापुर, छिंदिया, गनेशपुर, देवनगर, कृष्णपुर, काँटारोली, कंचनपुर में सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं विधायक प्रेमनगर  खेलसाय सिंह तथा जिला पंचायत उपाध्यक्ष   नरेश राजवाड़े द्वारा धान खरीदी का शुभारंभ किया गया। वहीं समिति बतरा में संसदीय सचिव एवम विधायक भटगांव  पारसनाथ राजवाड़े द्वारा धान खरीदी की शुरुआत की गई। मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप जिले के सभी खरीदी केंद्रों में 01 नवम्बर को किसानों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सभी किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले धान की बिक्री के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। साथ ही यह भी बताया गया कि टोकन काटने में लघु सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी ।

कृषि विभाग के अनुसार चूंकि अभी जिले में धान की फसल पूरी तरह तैयार नहीं हुई है, इसलिए जिले में लगभग 20 नवम्बर के बाद ही धान की वास्तविक खरीदी शुरू हो पाएगी। बैठक में उपस्थित किसानों को इस बार के समर्थन मूल्य की जानकारी दी गयी कि धान पतला ए ग्रेड की कीमत 2060 रुपये तथा धान मोटा कॉमन की क़ीमत 2040 रुपये प्रति क्विन्टल है। किसानों को धान को साफ सुथरा कर सुखाकर लाने की समझाइश दी गयी।शासन के निर्देश हैं कि धान की नमी 17 प्रतिशत से कम होनी चाहिए इसलिए गीला धान नहीं लाने को कहा गया। बैठक में बताया गया कि किसानों की सुविधा के लिए इस बार शासन द्वारा मोबाइल एप्प टोकन तुंहर हाथ जारी किया गया है जिसमें किसान घर बैठे ही धान बिक्री के लिए अपना टोकन काट सकता है,उसको अब टोकन के लिए समिति में जाने की आवश्यकता नहीं है। बैठक में उपस्थित सभी कृषक सदस्यों द्वारा शासन की इस महत्वपूर्ण योजना की प्रशंसा की गयी तथा इस प्रकार की अभिनव पहल के लिए शासन का धन्यवाद भी ज्ञापित किया गया ।