ट्राइबल ब्लॉक में पोस्टिंग के लिए सेटिंग ?
अशीष यादव की रिपोर्ट
रायगढ़। जनपदों में सीईओ बनने के लिए हर तरह से तिकड़म लगाई जा रही है। पोस्टिंग में जिला स्तर पर नियम विरुद्ध काम किए जा रहे हैं। नियमत: ट्राइबल ब्लॉक आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के अधीन होते हैं। यहां जनपद सीईओ की पोस्टिंग भी यही विभाग करता है लेकिन रायगढ़ में ऐसा नहीं है। पांच में से तीन ब्लॉक ऐसे हैं जहां अपने हिसाब से पोस्टिंग दे दी गई। शासन से तबादला आदेश लेकर ज्वाइनिंग के लिए आने वाला अधिकारी चक्कर लगाता रहा।
रायगढ़ जिले में धरमजयगढ़, खरसिया, लैलूंगा, घरघोड़ा और तमनार ब्लॉक के जनपद सीईओ की पोस्टिंग आजाक विभाग के अधीन है लेकिन विभाग जिनको भेजता है, उनको आसानी से चार्ज नहीं मिलता क्योंकि यहां जिला स्तर पर ही तिकड़म लगाकर अपने चहेतों को बैठाया जा रहा है। लैलूंगा में जिला पंचायत के अधिकारी वीरेंद्र राय को बैठाया गया है। वहीं खरसिया में सहायक संचालक हिमांशु साहू को पदस्थ किया गया है। घरघोड़ा में पुसौर के सीईओ नितेश उपाध्याय को बैठाया गया था जो अब जिपं पहुंच गए हैं। आजाक विभाग ने एसके टंडन को घरघोड़ा पदस्थ किया था जिन्हें ज्वाइन करने में पसीना आ गया। धरमजयगढ़ में एससी कछवाहा जमे हुए हैं। आजाक विभाग ने 29 सितंबर के आदेश में आरडी साहू को धरमजयगढ़ सीईओ बनाया था लेकिन उनको ज्वाइनिंग नहीं मिली क्योंकि कछवाहा स्टे ले आए। पूर्व में महेश पटेल को सारंगढ़ सीईओ बनाया गया था और वहां के मौजूदा सीईओ अभिषेक बनर्जी को एपीओ मनरेगा का प्रभार दिया गया था। दोनों ने आदेश का पालन नहीं किया क्योंकि रायगढ़ के पूर्व कलेक्टर और पूर्व सीईओ ने ऐसा नहीं होने दिया। अब महेश पटेल को नितेश उपाध्याय का हक छीनकर दिया गया। नितेश नाम के लिए पुसौर सीईओ हैं लेकिन उनको पेंडुलम बना दिया गया है।