Latest:
Event More News

छात्रावास दुर्दशा दस्ताना : हॉस्टल अधीक्षिका और चौकीदार की प्रताड़ना से सरकारी छात्रावास की नाबालिग छात्राओं ने किया भागने का प्रयास …हंगामा होने पर अधीक्षिका ने मीडिया के सामने ही पीड़ित छात्राओं को लगाई फटकार…

कोतबा,जशपुनगर:- सरकारी छात्रावास में मासूम बालिकाओं को प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। हास्टल की अधीक्षिका और चौकीदार की प्रताड़ना से तंग आ कर,छात्रावास की नाबालिग छात्राओं ने घर भागने का प्रयास किया। हंगामा होने पर,आनन फानन में छात्रावास पहुंची अघिक्षिका,प्रताड़ित छात्राओं को ही मिडिया के सामने आंखे दिखाने लगी। छात्रावास की इस दुर्दशा से जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली पर भी गंभीर सवालिया निशान लग रहा है। मामला जिले के पत्थलगांव ब्लाक के ग्राम पंचायत सुरंगपानी के सरकारी प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रावास का है। जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 9 बजे बालिकाएं स्कूल तो गई लेकिन प्रार्थना कर हॉस्टल लौट गई।एकाएक बालिकाएं छात्रावास के गेट में खड़ी होकर अपने सामान के साथ घर जाने लगी।बालिकाओं के आरोप है कि यहां पदस्थ हॉस्टल अधीक्षक श्रीमती ज्योति अग्रवाल तीन साल से रात को हॉस्टल में नहीं रहती। वो रात को अपने घर लुड़ेग चली जाती है। .इसके साथ ही बालिकाओं को यहां पदस्थ चौकीदार श्रीमती मिंज पर अपशब्दों का प्रयोग कर,मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। छात्राओं का कहना है कि स्वजनों से दूरभाष पर बात करने नही दिया जाता है। किसी बालिकाओं के तबियत खराब होने पर उनके स्वजनों से भी दुर्व्यवहार किया जाता है। बालिकाओं ने रोते हुए बताया कि उन्हें खाने सहित रहने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि खाने में घटिया भोजन और मेनू के विपरीत भोजन परोसा जा रहा है.नहाने के लिए बालिकाओं को हॉस्टल से बाहर मैदान में लगे बोरिंग में खुले में नहाना पड़ता है।शिकायत पर मंडल संयोजक ने नहीं की कार्रवाई –बालिकाओं के कहना है कि मामले को लेकर पूर्व मॉडल संयोजक संजय चंद्रा और वर्तमान मंडल संयोजक से भी शिकायत कर,सहायता की गुहार लगाई। लेकिन लेकिन उन्हें वहां भी फटकार भगा दिया गया। जिम्मेदार अधिकारियों के इस रवैये से परेशान होकर,छात्राओं ने हास्टल छोड़ कर,घर जाने का सामूहिक निर्णय लिया था।’हंगामे के 5 घंटे बाद पहुंची अधीक्षकबालिकाओं के हंगामे के लगभग 5 घंटे बाद हॉस्टल अधीक्षक और उनके पति सहित अन्य लोग बालिकाओं के कमरे के अंदर बिना किसी अनुमति के घुसकर उन्हें मीडिया को दिए बयान को पलटने के लिये खूब दबाव बनाया जा रहा था.जो मीडिया ने अपने कैमरे में कैद कर लिया है।बालिकाओं ने बताया कि चौकीदार फ्लोरिना तिर्की उन्हें भेड़ बकरियों की तरह हॉस्टल में रहो नही तो अपने घर भाग जाओ जैसे शब्दों का उपयोग कर प्रताड़ित किया गया। इन सारे घटनाक्रम के दौरान पीड़ित छात्राएं मिडिया से सहायता की गुहार लगाती रही। जिन्हें छात्रावास अधीक्षक ने बलपूर्वक अंदर कर दिया। मामले को लेकर पत्थलगांव बीईओ धनीराम भगत करने पहुँचे थे। मिडिया ने उन्होंने बताया कि हॉस्टल अधीक्षक और चौकीदार फ्लोरिना तिर्की के मानसिक प्रताड़ना और दुर्व्यवहार से नाराज होकर घर जाने के लिये अपना सामान लेकर बाहर निकली थी। बरहाल ऐसे व्यवहार करना अनुचित और गलत है।इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जायेगी।स्कूल संस्था की प्राचार्य श्रीमती डनसेना ने बताया कि इस बात की जानकारी उन्हें कल ही मिला है.आज बच्चों के मायूसी देखकर उनसे पूछने पर यह बात पता चला है।मामले को लेकर ट्रायबल विभाग के सहायक आयुक्त श्रीमती लवीना पांडेय के मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया,लेकिन काल रिसिव न करने के कारण,विभाग का पक्ष नहीं मिल पाया।