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कामयाबी का रहस्य : कामयाबी हासिल करना आसान नहीं होता… कई बाधाएं,रुकावटें आएंगी तो तरीका को बदलें लक्ष्य को नहीं… जाने कामयाबी के रहस्य

वर्तमान भारत ।ट्रेंडिंग न्यूज़ ।

लेख – गजाधर पैकरा

कामयाबी (सफलता) को हासिल करना सरल नहीं होता है। लेकिन फिर भी प्रत्येक व्यक्ति सफलता (कामयाबी) हासिल करना चाहता है। और जिंदगी में कामयाब बनना चाहता है। प्रत्येक व्यक्ति के लिए कामयाबी(सफलता) के मापदंड भिन्न- भिन्न हो सकते हैं। साथ ही कामयाबी के रास्ते में आपको कई तरह की बाधाएं और कठिनाइयां भी आ सकते हैं।

कुछ लोग कठिनाइयों,परेशानियों से घबरा जाते हैं। और अपना लक्ष्य (मंजिल) बदल देते हैं। तो वहीं कुछ लोग अपने लक्ष्य (मंजिल) पर अटल रहते हैं। और किसी ना किसी तरह से अपनी लक्ष्य (मंजिल) को हासिल कर लेते हैं। लक्ष्य (मंजिल) को हासिल करने के लिए सफलता (कामयाबी) की कुंजी को हासिल करना अति आवश्यक है। आईये जानते हैं सफलता (कामयाबी) और लक्ष्य (मंजिल) हासिल करने से जुड़े रहस्य के बारे में…

अपने लक्ष्यों को दें प्राथमिकता

प्रति व्यक्ति का कोई ना कोई लक्ष्य होता है। जिसे हासिल करने के लिए वह मेहनत और प्रयत्न करता है। इसीलिए कामयाबी के मार्ग पर चाहे जो भी बाधाएं आए। आप सबसे पहले अपने लक्ष्य को प्राथमिकता दें। अच्छी आदत, टाइम मैनेजमेंट और उचित दिशा द्वारा आप अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं।

कठिनाइयों से कभी ना घबराएं

अपने लक्ष्य को पूर्ण करने हेतु असफल होने और जोखिम उठाने से डरने के बजाय कामयाबी को प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करें। अगर आप किसी कारण असफल भी हो जाते हैं, तो यहां याद रखें कि इससे आपको किसी काम को नए तरीके से दोबारा प्रारंभ करने का अवसर प्राप्त हुआ है।

अपना तरीका बदलें लक्ष्य नहीं

नाकामयाब होने के पश्चात लोग हार मान लेते हैं। और लक्ष्य को बदल देते हैं। लेकिन कुछ लोग हिम्मत दिखाते हैं, और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अपने कोशिश पर अडिंग रहते हैं। ऐसे लोग लक्ष्य को हासिल करने के लिए तरीका को बदल देते हैं लेकिन लक्ष्य को नहीं।

जिस प्रकार किसी गणित के प्रश्न को हल करने के लिए विधि बदले जाते हैं, लेकिन सवाल नहीं। लक्ष्य एक है, लेकिन हासिल करने के तरीके कई हैं। नाकामयाब होने पर आप अपने लक्ष्य के लिए नया कोण बनाएं, समय लगाएं और अलग तरीका की निर्माण करें।

डिस्क्लेमर-:
यहां दी गई समस्त जानकारी सामान्य मान्यताओं एवं जानकारियों पर आधारित है. इसका “वर्तमान भारत” पुष्टि नहीं करता है।