अंबिकापुर ( सरगुजा) :22 हजार किसानों ने 1906 हेक्टेयर की उपज का धान नहीं बेचा, देर से बारिश होने पर उपज प्रभावित , अब बिचौलिए बेच रहे किसानों के नाम पर धान
अंबिकापुर । वर्तमान भारत ।
विकास गुप्ता ( जिला ब्यूरो चीफ , सरगुजा ) की रिपोर्ट
सरगुजा जिला में रिकॉर्ड रकबा समर्पण हुआ है। विदित हो कि समर्थन मूल्य में धान बेचने के लिए पंजीकृत किसानों से सर्वाधिक रकबा समर्पण कराने में सरगुजा जिला प्रदेश में पहले स्थान पर है। अब तक 22 हजार 379 किसानों से 1906 हेक्टेयर रकबा समर्पण कराया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि 25 जनवरी तक जिले में धान खरीदी पूरी हो जाएगी। 47 खरीदी केंद्रों में एक-एक नोडल अधिकारी बनाए गए हैं, जो प्रतिदिन की खरीदी और अन्य गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। अब तक 1 लाख 84 हजार 3276 मीट्रिक टन धान की खरीदी कर ली गई है, जो अनुमानित लक्ष्य का 75 प्रतिशत है।
वहीं दूसरी तरफ अपना धान बेचने के बाद बाकी रकबा में दूसरे का धान बेच बोनस राशि पाने की लालच में खरीदी केंद्र लाकर धान बेचते एक किसान पकड़ा गया। अधिकारियों के समक्ष दोबारा गलती नहीं करने की शपथ ली। ठाकुरपुर निवासी 60 वर्षीय प्रेमसाय 12 जनवरी को अपने खाते में किसी अन्य का धान बेचने लाया था, जिसे अधिकारियों की सतर्कता से बेचने के पूर्व ही पर्दाफाश हो गया।
प्रेम साय ने बताया कि सिलफिली निवासी जायसवाल ने मुझसे संपर्क कर कहा कि मुझे तुम्हारे नाम 225 बोरी धान बेचना है, बदले में बोनस के 3 हजार रुपए दूंगा। प्रलोभन में आकर उसी धान को लेकर 12 जनवरी को ही नमनाकला समिति में बेचने आ गया। समिति में राजस्व विभाग के अधिकारियों को निरीक्षण में पूछताछ में असलियत पता चल गई और धान नहीं बेच पाया। उसने बताया कि अपनी उपज का धान इसी समिति में पहले भी बेच चुका है।