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उद्योग प्रबंधन की मनमानी का दंश झेल रहे हैं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व ग्रामवासी,12 टन से ज्यादा वजनी वाहन प्रतिबंधित..धड़ल्ले से दौड़ रही है ओवर लोड भारी वाहनों से जर्जर हो रही सड़क

आशीष यादव की रिपोर्ट

रायगढ़ । ग्रामीण अंचल में क्षेत्रवासियों को सुलभ आवागमन हेतु शासन द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क की सौगात दी जाती है
खरसिया विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा मे स्थापित एस. के. एस. पावर प्लांट के संचालक इस प्रधानमंत्री ग्राम सड़क फायदा उठाते हुए सड़कों को जर्जर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़क की क्षमता 12 टन होती है, जबकि इस मार्ग पर प्लांट से होकर निकलने वाली भारी वाहन की क्षमता 40 टन होती है। जिसकी वजह से क्षेत्र के प्रधानमंत्री सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं।

अंचल के नेशनल हाइवे 49को जोड़ने वाला कुरुभाठा से बिंजकोट को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क ग्रामीणों के लिये वरदान साबित हो रहा, किन्तु एस. के. एस. पावर प्लांट


ने प्रधानमंत्री सड़क पर बीस से लेकर 40 टन वजनी भारी व्यावसायिक वाहनों का धड़ल्ले से उपयोग करने से पूरा क्षेत्र की सड़कें बदहाल कर दी हैं।

खरसिया क्षेत्र को भी कृषि क्षेत्र का बड़ा अंचल माना जाता है किन्तु जब से ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा मे स्थापित एस. के. एस. पावर प्लांट स्थापित हुआ हैं क्षेत्र के दुर्दशा होते जा रही है।

एस. के. एस. पावर प्लांट से निकले वाले काले धुए कारण पूरे क्षेत्र मे कृषि चौपट हो रही है एस. के. एस. पावर प्लांट से निकलने वाला डस्ट से खेतों में फसल पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। किन्तु इस
एस. के. एस. पावर प्लांट के खिलाफ आवाज उठाने से सामान्य किसान डरता है तथा कुछ भी नही बोल पाता है। प्लांट के डस्ट के साथ साथ क्षेत्र मे करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़कों की बदहाली भी इन प्लांट के माल को अन्य स्थान पर भेजने के लिये आवागमन करने वाले डंपर कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों की माने और चेतावनी बोर्ड की माने तो इन सड़कों पर अधिकतम 12 टन वजनी क्षमता के ही वाहन चल सकते है उससे अधिक के क्षमता वाले भारी वाहनों को आवागमन करने से प्रतिबंधित किया गया है। किन्तु दुर्भाग्य वाली बात यह है कि इन अंचल मे केवल प्रधानमंत्री सड़क और मुख्यमंत्री सड़क ही है तथा आधा दर्जन से अधिक प्लांट के प्रतिदिन आवागमन करने वाले दर्जन भर से अधिक डंपर पूरे क्षेत्र की सड़कों को निगल दिये है।
प्रधानमंत्री सड़क हो हर सड़क पर बदहाली पहली ही नजर में दिख रही है।

एस. के. एस. पावर प्लांट के द्वारा करोडो रुपए का मुनाफा इस प्लांट से प्राप्त कर रही है किन्तु बदहाल करते हुए सड़कों पर मरम्मत तक नही कराती है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विभाग के द्वारा इन सड़कों की रखरखाव की जाती है तथा साल मे एक बार गड्ढों पर पेंच वर्क किया जाता है किन्तु प्लांट के द्वारा इन सड़कों के तरफ झांक कर भी नही देखा जारहा है। जिसके कारण से पूरा क्षेत्र मे प्रधानमंत्री सड़क का जाल तो बिझ गया है किन्तु सड़कों का हाल जर्ज़र व धुल के गुब्बार उड़ने के कारण उस मार्ग पर आने जाने वाले रहागीरो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ना तो प्लांट प्रबंधन के द्वारा सड़क पर ना तो पानी का छिड़काव किया जा रहा ना ही सड़क मरम्मत की ओर ध्यान दिया जा रहा है.