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होली से पहले छत्तीसगढ़ में “गुलाल” पर बवाल…जिन 6 हजार किलो फूलों पर प्रियंका गांधी चलीं…उन का गुलाल बनाएगी कांग्रेस सरकार…भड़के बीजेपी…पढ़ें पूरी समाचार

गजाधर पैकरा की रिपोर्ट

नई दिल्ली। वर्तमान भारत। होली आने से पूर्व छत्तीसगढ़ में गुलाल को लेकर बवाल शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार जिन गुलाब की पत्तियों पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा चलीं। उनसे कांग्रेसी सरकार गुलाल निर्माण करने जा रही है।

एक तरफ जहां बीजेपी इसे जनता की भावनाओं का तिरस्कार बता रही है। वही कांग्रेस ‘मंदिर में चढ़े फूलों वाला’ तर्क दे रही है। बता दें कि 24 से 26 फरवरी तक राजधानी रायपुर में आयोजित महा अधिवेशन के दौरान कांग्रेस के महान दिग्गज पहुंचे थे।

दरअसल कांग्रेस महाधिवेशन के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा की स्वागत में सड़कों पर 2 किलोमीटर तक गुलाब के फूलों को बिछा दे गए थे। जानकारी के अनुसार इसके लिए 6 हजार किलो से ज्यादा गुलाब के फूलों का उपयोग किया गया था। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रियंका गांधी पर पुष्प वर्षा भी की थी।

अब इन्हीं फूलों से कांग्रेस गुलाल निर्माण करने जा रही है। बीजेपी का दावा है कि यह सनातन धर्म के लोगों का तिरस्कार करने वाला कार्य है। पूर्व मंत्री और भाजपा प्रवक्ता राजेश मूनत ने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर गुलाब के फूल बिछा कर प्रियंका गांधी का स्वागत किया। हम उसका सम्मान करते हैं।

लेकिन वही गुलाब की पत्तियां हजारों लोगों के पैरों तले और वाहनों से कुचल दी गई। अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार इन पत्तियों से गुलाल बनाने जा रही है। वे सनातन धर्म के अपमान के लिए इन पत्तियों का उपयोग करने के लिए कह रहे हैं।

राजेश मूणत ने आगे कहा कि ‘सनातन धर्म में हम गुलाल का इस्तेमाल भगवान की आराधना और होली के जश्न में बड़े बड़ों को लगाने के लिए करते हैं। और ये लोग हमें कह रहे हैं कि उस गुलाल का उपयोग करो जो लोगों के पैरों और वाहनों से कुचले गए फूलों से बनाया गया है’।

आगे उन्होंने कहा कि यदि उन्हें अपमान महसूस नहीं होता है तो कांग्रेस कार्यकर्ता अपने नेताओं के लिए इस गुलाल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

वहीं कांग्रेसी नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि फूल चाहे देवी या देवताओं को मंदिर में चढ़ाया जाए या गुलदस्ते या हार के माध्यम से किसी का स्वागत किया जाए। बाद में उनका सही उपयोग उर्वरक, गुलाल, परफ्यूम या अगरबत्ती बनाने में किया जा सकता है।

जब इसे रिप्रोसेस्ड किया जाता हैऔर नया बनाया जाता है, तो यह पवित्र हो जाता है। उन्होंने कहा कि मूणत हो सनातन धर्म की जानकारी नहीं है, और उन्हें किसी सनातनी ब्राह्मण के साथ चर्चा करनी चाहिए।