जल ही जीवन : जशपुर के पत्थलगांव, बगीचा, फरसाबहार के 100 से अधिक गांवों के भू-जल स्तर में गिरावट…नदी-नालों पर मिट्टी के छोटे-छोटे बांध तैयार करने के दिए निर्देश…कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल
गजाधर पैकरा की रिपोर्ट
जशपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। प्रदेश के जशपुर जिले में गर्मी का मौसम की आगमन पर ही लोगों को भू-जल की समस्या होने लगती है। पत्थलगांव, बगीचा और फरसाबहार विकासखंड के 100 से ज्यादा गांवों की भू-जल स्तर में 25 से 50 फीट तक गिरावट की समस्या के मद्देनजर को देखते हुए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने नदी नालों पर मिट्टी के छोटे-छोटे बांध निर्माण करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. रवि मित्तल ने बताया कि गत वर्ष बगीचा नगर पंचायत में आसपास के नदी नालों का इसी तरह पानी रोकने से यहां भीषण गर्मी के दौरान लगभग 150 हैंडपंप और 20 कुंआओं में लगातार पानी उपलब्ध रहा था। कलेक्टर ने पेयजल की समस्या वाले गांवों को चिन्हित कर वहां गर्मी से पहले आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए हैं।
बगीचा नगर पंचायत ने इस साल भी गर्मी की शुरुआत से पहले ही डोड़की, रज पूरी नदी तथा अन्य जीवित नालों पर मिट्टी के छोटे-छोटे बांध तैयार करने का काम प्रारंभ कर दिया है। नगर पंचायत अधिकारी नीलेश केरकेट्टा का कहना है कि बीते वर्ष का गर्मी मौसम में यहां नदी नाले पर मिट्टी के छोटे-छोटे बांध तैयार कर लेने से भू-जल स्तर में गिरावट नहीं आई थी।
इसी वजह से लोगों को पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़ा था। इस नदी नालों पर इस वर्ष भी मिट्टी के छोटे-छोटे बांध तैयार करने का कार्य को प्राथमिकता से पूरा कराया जा रहा है।
बगीचा के नागरिक राकेश साहू का कहना है कि गर्मी के मौसम के पूर्व ही यहां डोड़की नदी और रजपुरी नालों पर मिट्टी के छोटे-छोटे बांध तैयार कर लेने से भू-जल स्तर की गिरावट को रोकने की अच्छी पहल है। इसके अभाव में गर्मी के मौसम में कई मोहल्लों में पानी की भीषण समस्या खड़ी हो जाती थी।