जनपद पंचायत सारंगढ़ के अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत गुढिय़ारी के सरपंच ने 15 वें वित्त की राशि से किये 11 लाख रू का गबन , ग्रामीणों ने की कलेक्टर से शिकायत
रिपोर्ट: रितेश सिदार
सारंगढ़। कलेक्टर के जन दर्शन में सारंगढ़ से पांच किमी दूर ग्रापं गुढिय़ारी के ग्रामीणों द्वारा इस आशय की शिकायत की गई कि वर्तमान सरपंच रामेश्वर पटेल द्वारा 15 वें वित्त की राशि 11 लाख रुपए का आहरण कर किसी भी तरह का कोई काम नहीं किया है।राशि को निकाल कर गबन किया है कलेक्टर ने ग्रामीणों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसी आर्थिक अनियमितता के चलते पूर्व सरपंच हेमलता आनंद को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं होने पर एसडीएम से शिकायत की गई जहां धारा 40 लगाकर एसडीएम ने पूर्व सरपंच हेमलता आनंद को पद से पृथक कर दिया था। इसके बाद हेमलता आनंद कमिश्नर से स्टे ला कर काम करना चाहा लेकिन गांव के पूरे बीस पंचों द्वारा उसका सहयोग नहीं किया गया। जिससे हताश होकर मौका पाकर उक्त सरपंच 14 लख रुपए आहरण करके फरार हो गया। जबकि इसके पूर्व वह बीस लाख रु का गबन कर चुका था। जो कि आज तक फरार ही है।
इसके बाद पंचों द्वारा उप सरपंच रामेश्वर पटेल को अपना स्थानापन्न सरपंच चुना। वह भी 11 लख रुपए की राशि डकार कर बैठ गया। ग्रामीणों ने जब स्थानापन्न सरपंच से राशि का हिसाब मांगा तब वह राशि वापस करने की बात कही और साथ ही इस्तीफा देने की बात कही जो कि आज दो माह बीत जाने के बाद स्थानापन्न सरपंच द्वारा ना तो राशि ही दिया गया गांव वालों को और नहीं इस्तीफा दिया। जिससे क्षुब्ध होकर ग्रामीणों द्वारा आज इस बात की शिकायत कलेक्टर धर्मेश साहू से की। इस तरह से ग्राम पंचायत गुढिय़ारी में एक पंचवर्षीय किसी भी तरीके से विकास कार्य न होकर केवल जो भी सरपंच बना, जो भी गांव का मुखिया बना वह सरकार द्वारा जनता की सुविधा के लिए जनता के मूलभूत सुविधा के लिए जो राशि दी गई उसका गबन कर दिया। यह ग्रापं. गुढिय़ारी का दुर्भाग्य की जो कि इस पंच वर्षीय में गांव का मुखिया जो भी बना वह केवल सरकार द्वारा जनता के मूलभूत सुविधा के लिए गांव के विकास के लिए दी गई राशि का दोहनकर गबन कर दिया गया।