घुनघुट्टा नदी में अचानक जल स्तर बढ़ने से आई बाढ़…नदी में बह गया लोगों से भरा कार…स्थानीय ग्रामीणों ने जान पर खेल कर…पढ़ें पूरी खबर
Chhattisgarh News/सरगुजा :- छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के मैनपाट के कंदनई घुनघुट्टा नदी में निर्माणाधीन पुल में अचानक पानी बढ़ने से एक कार में सवार चार लोगों की जान पर बन आई. कार सवार कुछ समझ पाते, इससे पहले कार नदी के तेज बहाव में बहने लगा.
बता दें, वे गाड़ी में ही फंसे रह गए. स्थानीय ग्रामीणों ने इस घटना को देख तत्काल आसपास के लोगों को बुलाया, जो उफनते नदी में कूदकर कार में फंसे लोगों को बचाने में कामयाब रहे. इस घटना को वहां मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
निर्माणाधीन है नया पुल
वहीं ये घटना रविवार शाम की है. अम्बिकापुर मैनपाट मार्ग में पड़ने वाली कंदनई घुनघुट्टा नदी का है. नदी में बनने वाली पुल निर्माणाधीन है. जिसके कारण नदी में पानी कम होने पर नीचे बने पुराने पुलिया से ही लोग वर्तमान में भी आना-जाना कर रहे हैं. नदी चुकी पहाड़ी है, इसलिए इस नदी में मैनपाट में बारिश होने पर अचानक इसका जल स्तर बढ़ जाता है. इस लिए बरसात के दिनों में स्थानीय लोग इस नदी से दूरी बनाई रहते हैं. बताया जा रहा है कि कुछ युवक दोपहर उक्त नदी के तट पर पिकनिक मनाने पहुंचे हुए थे और गाड़ी को भी नदी की पुलिया के पास ही खड़ा कर दिए थे. पिकनिक मनाने के बाद यह युवक गाड़ी में बैठे थे कि अचानक नदी में बाढ़ आ गई.
स्थानीय ग्रामीणों ने जान पर खेल बचाया युवकों को
दरअसल, जैसे ही गाड़ी नदी के तेज बहाव में बहने लगी वैसे ही स्थानीय ग्रामीणों ने यह नजारा देखा. वे अपनी जान पर खेलकर नदी में कूद गए और जैसे-तैसे करके गाड़ी का दरवाजा खोलकर चारों युवकों को बाहर निकाला और किसी तरह युवकों की जान बचाते हुए कार सवारों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. वहीं, कार नदी के तेज बहाव में तकरीबन एक किलोमीटर दूर नदी में पानी कम होने पर मिली.
मैनपाट के पहाड़ी नदियों में अचानक आती है बाढ़
फिलहाल, मैनपाट की पहाड़ियों से निकलने वाले तकरीबन 9 से ज्यादा नदियों की स्थिति ऐसी ही हैं. इन नदियों में बरसात के दिनों में जल स्तर बढ़ना आम बात है. यही कारण है कि स्थानीय ग्रामीण बरसात के दिनों में इन नदियों से दूरी बनाए रखते हैं. ग्रामीणों की मानें, तो मैनपाट के पहाड़ी इलाकों में बारिश होने पर इन नदियों में ऐसी स्थिति बन जाती है, जिसके कारण अकसर उनके मवेशी नदी के तेज बहाव में बह जाते जिससे उनकी मौत हो जाती है.