Latest:
छत्तीसगढ़

शासकीय माध्यमिक पाठ शाला ललित स्कूल को हाई स्कूल खुलवाने कि जन प्रतिनिधि एवं स्थानीय लोगों ने पत्राचार के माध्यम से कर डाला मांग माध्यमिक पाठ शाला से हाई स्कूल के लिए लिख डाला मंत्री मंडल छत्तीसगढ़ को पत्र क्या इस जायज मांग को एक अरसा बद अब पूरी होगी

रायगढ़ | आज दिनांक को मंत्री मंडल एवं माननीय सांसद महोदय छत्तीसगढ़ को शासकीय माध्यमिक पाठ शाला ललित स्कूल को हाई स्कूल में अपग्रेड करने की मांग बिते पुर्व समय से किया जा रहा था। अब जब पुर्ण बहुमत से बीजेपी की सरकार सत्ता में स्थापित हैं, तो फिर से पुरानी मांगे को लेकर पत्राचार के माध्यम से ध्यान केन्द्रित कराया जा रहा हैं। हाई स्कूल न होने कि दृष्टि गत इसमें प्रभावित होने वाले वार्ड क्रमांक 28, 29, 30, 31, 32 के निवासियों द्वारा कई वर्षों से हाई स्कूल की मांग काग्रेंस शासन काल में भी किया जा रहा था, ताकि स्थानीय छात्र-छात्राओं को शिक्षा के लिए अन्य स्कूलों में न भटकना पडे।
मुख्य बिंदु: वर्तमान में छात्रों को अन्य स्कूलों में जाना पड़ता है, जिससे परिजनों एवं छात्र छात्राओं को आर्थिक एवं शारीरिक कठिनाइयों का बच्चों को सामना करना पड़ता है।
हर साल लगभग 50 छात्र-छात्राएं अन्य स्कूलों में जाने को मजबूर होते हैं।
ललित स्कूल के पास पर्याप्त भूमि और आधारभूत संरचना है, स्कूल परिसर में भवन कि संख्या भी हैं, जिससे इसे हाई स्कूल में बदला जा सकता है।

प्रथना पत्र माननीय मुख्यमंत्री, माननीय वित्त मंत्री, माननीय लोकसभा सांसद एवं माननीय राज्यसभा सांसद को भेजा गया है।
प्राथना पत्र में स्थानीय पार्षद और स्कूल समिति के सदस्यों के हस्ताक्षर कर अपनी मांग प्राथमिक पाठ शाला से हाई स्कूल रखने को मजबूती से प्रस्तुत कर रहे हैं। संरक्षक एवं पार्षद श्रीमती जानकी भारद्वाज, अध्यक्ष रामजाने भारद्वाज, शिक्षाविद श्री गोपाल सिंह ठाकुर, पत्रकार सदस्य श्री राजेन्द्र कुमार निषाद एवं वार्ड वासियों नें प्रमुखतः से हाई स्कूल खोलने कि मांग किया गया हैं, उम्मीद करते हैं, रायगढ़ के जन नायक विधायक माननीय श्री ओपी चौधरी जी अपने क्षेत्र कि जनता के इस जायज मांग को प्रमुखतः से प्रथमिकता देकर बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा बेवस्था हाई स्कूल को एक ही छत के निचे दुरुस्त करेंगे। जिससे शासकीय स्कूल में कक्षा पहली से कक्षा बारहवीं कि शिक्षा एक ही स्थान एवं स्कूल पर प्राप्त कर पाएगें जैसी बात अब स्थानीय लोगो के द्वारा कही जा रही हैं।