प्रदीप दिवान पर उनके ही समाज के लोगो ने बोला हमला पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के ऊपर लगाए झूठे आरोपों से हुए थे आहत……
वर्तमान भारत
by किरण ग्वाला
प्रदीप दिवान के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विभिन्न वेब पोर्टलों और समाचार पत्रों पर पूर्व मंत्री श्री गणेश राम भगत जी के ऊपर लगाए गए झूठे और निराधार आरोपों से आहत होकर कोरवा समाज के मुखिया सावन राम ,जगन राम, राधे राम और सरपंच धनुषधारी राम सामने आकर संयुक्त रूप से खुड़िया दिवान प्रदीप नारायण सिंह पर जमकर पलटवार किया है । कोरवा समाज के जिले के मुखिया सावन राम ,जगन राम ,राधे राम और धनुषधारी राम ने प्रदीप दिवान की विज्ञप्ति पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदीप नारायण सिंह का न तो खुड़िया क्षेत्र में और न ही जशपुर विधानसभा में कोई अस्तित्व है । और इसका प्रमाण है कि उनके ही पँचायत के ग्रामीणों ने उनके विरुद्ध कलेक्टर जशपुर के समक्ष प्रमाण के साथ कई आरोप लगाए गए हैं और शिकायत की प्रमाणिकता इससे भी जानी जा सकती है कि कलेक्टर जशपुर ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए ,सम्बंधित अधिकारी को तीन दिवस के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है ।वैसे तो जब इस शिकायत की रिपोर्ट आएगी तब ही प्रदीप दिवान की सच्चाई सबके सामने आ जायेगी । लेकिन जिस प्रकार के झूठे आरोप लगाकर प्रदीप दिवान ने जशपुर क्षेत्र के हिंदुओं के मसीहा श्री गणेश राम भगत जी पर आरोप लगाया है उसे आसमान पर थूकना ही कहा जा सकता है । श्री धनुषधारी राम ने कहा कि प्रदीप दिवान यदि अपने को कोरवाओं के हितैषी बता रहे है तो सबसे पहले यह बताएं कि खुड़िया दिवान परिवार के सैकड़ों सदस्य जो उनके ही खानदान के हैं उन सबके राजस्व अभिलेखों में जाति बघेल क्षत्रिय लिखी गई है और जिसके कारण उनके ही खानदान के लोग जाति प्रमाण पत्र से वंचित हैं लेकिन दूसरी तरफ अकेले प्रदीप नारायण सिंह की जाति कोरवा क्यों और कैसे हुई ?और उन्हें कोरवा जाति का प्रमाण पत्र किस आधार पर मिला है।जबकि क्षेत्र में निवासरत कोरवा जाति के हजारों लोग अपने जाति प्रमाण पत्र के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन उन्होंने कभी इसके लिए कोई पहल नहीं कि वहीं दूसरी तरफ श्री गणेश राम भगत जी पूरे हिन्दू समाज का नेतृत्व करते हुए जिले के 13 प्रकार से भी अधिक आदिवासी समाज के सुख दुःख में उनका साथ दे रहे हैं ।इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जब कोरवाओं की 25 एकड़ जमीन जब प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्री अमरजीत भगत के पुत्र के नाम पर फर्जी ढंग से रजिस्ट्री कराया गया था तब उन्ही के दबाव बनाने के कारण मंत्री को कोरवाओं की जमीन वापस करना पड़ा ।तब कहाँ सो रहे थे खुड़िया दिवान । कोरवा समाज के मुखिया सावन राम ने प्रदीप नारायण सिंह पर तुच्छ राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पूछा की पाठ क्षेत्रों में निवासरत अत्यंत गरीब कोरवा समाज की अनमोल धरोहर उनके पुश्तेनी जमीन को लगातार कम्पनी के दलालों के द्वारा औने पौने दाम देकर रजिस्ट्री कराया जा रहा तो उस विषय पर उनके द्वारा कभी कोई पहल क्यों नहीं कि गई और जनजातिय सुरक्षा मंच के नेतृत्व में जब जशपुर के जल जंगल जमीन की रक्षा का आंदोलन तेज हो रहा है और जिसके कारण टाँगरगांव में प्रस्तावित स्टील प्लांट की जनसुनवाई स्थगित की जा चुकी है और ग्रीन ट्रिब्यूनल भोपाल और उच्च न्यायालय बिलासपुर से कम्पनी को जबाब मांगा गया तब कम्पनी के दलालों से सांठगांठ करके हमारे आंदोलन को कमजोर करने की नियत से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर हमारे मुखिया के ऊपर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है ,और इसका प्रमाण कल खुटगांव में आयोजित तथाकथित घर वापसी कार्यक्रम का वह फ़ोटो है जिसमें कम्पनी के दलाल भी स्पस्ट दिखाई दे रहे हैं। इस विज्ञप्ति के साथ वह फ़ोटो भी दिया जा रहा है जिससे जनता के सामने सच्चाई दिख जाएगी। श्री सावन राम ने आरोप लगाया कि आखिर जिन मुद्दों पर पिछले 10 वर्षों से जनजातिय सुरक्षा मंच आंदोलन कर उन समस्यओं का निराकरण कर रहा है उन्ही मुद्दों को लेकर अब प्रदीप दिवान को बगीचा में आंदोलन करने की जरूरत क्यों पड़ी ?उन्होंने आरोप लगाया कि 25 नवम्बर की रैली का प्रायोजक भी स्टील कम्पनी है और जशपुर की जनता इनके सांठ गांठ को जान चुकी है ।श्री सावन राम ने प्रदीप दिवान पर आरोप लगाते हुए कहा कि श्री प्रदीप दिवान शुरू से ही कोरवाओं को भटकाने का काम किए हैं और कोरवाओं को लँगोट पहनाकर धनुष पकड़ा कर सिर्फ बड़े नेताओं के सामने प्रदर्शनी के लिए उपयोग करके अपनी राजनीतिक रोटी सेकने का काम किया है जिसे अब समाज पहचान चुका है । श्री प्रदीप दिवान हर्राडिपा पँचायत में कई लोगों को झूठी शिकायत करवाकर जेल भिजवाकर अपना आतंक फैला रखे है जिससे पँचायत सहित क्षेत्र के लोग उनसे मुक्ति चाहते हैं और अब तुच्छ राजनीति करते हुए श्री गणेश राम भगत जी पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।श्री प्रदीप दिवान को यह जानना चाहिए कि क्षेत्र के आदिवासी सहित समस्त हिन्दू समाज मे श्री गणेश राम भगत जी के प्रति अपार श्रद्धा है और इसी लिए किसी भी समस्या की शिकायत जब ग्रामीण जिला प्रशासन से करते हैं तब उसकी प्रति श्री गणेश राम भगत जी को भी इस उम्मीद से दी जाती है कि वे उनकी समस्या का समाधान करने में सहयोग करेंगे ।और हर्राडिपा के ग्रामीणों ने भी कलेक्टर को की गई शिकायत की प्रति श्री गणेश राम भगत को दी गई है ।और मात्र इस कारण से श्री गणेश राम भगत जी पर झूठे आरोप लगाना बिल्कुल गलत है । अगर शिकायत पर उन्हें कोई दिक्कत है तो उन्हें अपना जबाब जिला प्रशासन को देना चाहिए ।