इंडो नेपाल चैंपियनशिप में जशपुर के 10 आदिवासी फुटबॉल खिलाड़ी दिखाएंगे अपनी जलवा…24 जून से नेपाल में शुरू हो रही यह प्रतियोगिता…पढ़ें पूरी खबर
जशपुर । वर्तमान भारत ।
गजाधर पैकरा की रिपोर्ट
जशपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला जशपुर से गांव की पथरीली मैदानों में फुटबॉल सीखते हुए जिले के 10 युवा इंडो नेपाल के अंतरराष्ट्रीय मैच तक पहुंच गए हैं। ये युवा फुटबॉल खिलाड़ी इसी महीने की 24 जून से नेपाल में प्रारंभ हो रहे indo-nepal फुटबॉल प्रतियोगिता में अपना जलवा दिखाएंगे।
संसदीय सचिव यूडी मिंज ने बताया कि इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए चुने गए युवाओं में भूंईहयरटोली के संजीवन तिर्की, क्रुसटोंगरी के शुभम विश्वकर्मा, दुलदुला ब्लॉक के कोरना से संजय एक्का, जशपुर ब्लॉक की गढ़ाटोली केक अंकित टोप्पो, डीपाटोली से डेविड इक्का, ठुठीअंबा से साहिल राम, सोकोडीपा से शाम कुजुर, खूंटीटोली से असित एक्का, केराकछार से दीपक किंडो शामिल हैं।
इस मैच में 100 टीम के 16 सौ खिलाड़ी शामिल हुए थे। इस प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर इन युवाओं का चयन छत्तीसगढ़ की टीम के लिए हुआ था। चयन के पश्चात कुनकुरी के जुमईकेला के डान बॉस्को स्कूल में अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं के लिए इन युवाओं को फुटबॉल की बारीकियां सिखा कर तैयार किया गया।
प्रशिक्षण के उपरांत इन युवाओं ने भोपाल में 28 से 30 मई तक आयोजित राष्ट्रीय अंडर-17 फुटबॉल प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ को जीत दिलाकर, इंडो नेपाल चैंपियनशिप के लिए अपनी जगह पक्की कर ली।
अंतरराष्ट्रीय इंडो नेपाल फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए चयनित नेशनल टीम के सभी 16 खिलाड़ी सरगुजा संभाग की है। इनमें से 10 खिलाड़ी जशपुर जिले से, पांच मनेंद्रगढ़ चिरमिरी जिला से और एक खिलाड़ी सूरजपुर से शामिल किया गया है।
संसदीय सचिव ने कहा कि आदिवासी बाहुल्य अंचल में फुटबॉल सहित किसी भी खेल के लिए प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। जरूरत है सिर्फ इन्हें आवश्यक संसाधन और अवसर उपलब्ध कराने की। 2018 में छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार गठित होने के पश्चात से लगातार इस दिशा में सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। इसका बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहा है।