जुर्म

छैमार गैंग : अपने हाथ से 6हत्या करने वाला होता है गैंग का सरगना

वर्तमान भारत । नेशनल ।

राजस्थान के जयपुर में छैमार गैंग के बदमाश होने की सूचना मिलने के बाद कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने शनिवार तड़के मानसरोवर शिप्रापथ व मुहाना में दबिश देकर 54 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया, जिनकी जांच करके 9 जनों को गिरफ्तार किया गया। उनमें 25 हजार रुपए का इनामी बदमाश व हत्या कर लूट के मामले में 24 साल से फरार बदमाश शामिल है।

डीसीपी क्राइम डाॅ.अमृता दुहन ने बताया कि हाल ही में मुखबिर से सूचना मिली कि शहर की कच्ची, श्मशान के आस-पास रहने वाले खानाबदोश लोगों में छैमार के गैंग के बदमाश भी जयपुर में रह रहे है। उक्त सूचना के बाद एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी, इंस्पेक्टर खलील अहमद व धीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया। जिन्होंने शनिवार सुबह मानसरोवर शिप्रापथ व मुहाना एसएचओ के सहयोग से अलग-अलग जगह दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया।

पकड़े गए आरोपियों में यूपी के सम्बल स्थित हसनपुर निवासी साहिब उर्फ शेफ अली उर्फ मुनाजरीर, यूपी के अमरोहा निवासी आदिल उर्फ शेर खान, यूपी के रजकपुर निवासी करीम खान उर्फ भगत, मुरादाबाद निवासी मादिल उर्फ मोहिन खान, सावेश खान, माजिद अली उर्फ मैंगो, यूपी के सिरसी निवासी आमिर उर्फ जाहिर, शाहिद खान व नदीम उर्फ बॉबी शामिल है।

आरोपी साहिब यूपी के हापुडु, ओरैयां व गजरौला में कई गंभीर मामलो में वांछित चल रहा है। इसे पकड़ने के लिए 25 हजार रुपए इनाम घोषित था। इसे पकड़कर ओरैयां पुलिस को सुपुर्द कर दिया।
आदिल उर्फ शेर खान मानसरोवर के पास कब्रिस्तान में रह रहा था। ये अलवर में 1997 में अलवर के सदर में हुई हत्या व लूट के मामले में 24 साल से फरार चल रहा था। इस मामले में आरोपी के भाई सहित कई आरोपी पहले गिरफ्तार हो चुके थे।
घर में घुसते हैं लूटने, पहले करते हैं हत्या

मूल रूप से यूपी के सहारनपुर, मुरादाबाद, फैजाबाद सहित कई इलाकों में खानाबदोश के रूप में रहकर देश के अलग-अलग राज्यों में पहुंचकर हत्या व लूट करने वाली गैंग होती है। पहली पंजाबी छैमार होती है जो वारदात के वक्त पंजाबी में बात करती है। दूसरी पूर्बिया छैमार होती है। दोनों ही गैंग में खुंखार बदमाश होते है। जो ज्यादातर वारदातों में हत्या करके ही लूट को अंजाम देते है।

अपने हाथ से कम से कम 6 हत्या करने वाला ही इस गैंग का सरगना होता है। इसलिए इन्हें छैमार कहते है।
देश के बड़े शहरों में कबाड़ी का सामान लेने या कचरा बीनने के बहाने रैकी करके वारदात को अंजाम देते है। वारदात के घर में मौजूद लोगों की हत्या करके ही लूट को अंजाम देते है। पकड़े जाने पर फर्जी दस्तावेज लगाकर जमानती पेश करते है। जमानत मिलते ही शहर छोड़ देते है।
कुछ समय पहले छैमार सरगना फाती उर्फ कादिम पहलवान को यूपी एसटीएफ ने पकड़ लिया था। उसके बाद उसका छोटा भाई आदिल गैंग का लेकर जयपुर आ गया।