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सरगुजा में किसानों के पैरा का अब होगा समुचित उपयोग- संजीव कुमार झा कलेक्टर सरगुजा……..

वर्तमान भारत

इरफान सिद्दीकी उप संपादक

अंबिकापुर– सरगुजा जिले में किसानों एव गौठान में मवेशियो के पैरा उपलब्ध कराए जाने के लिए कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कृषि विभाग को पैरा रोलर मसीन उपलब्ध करा कर किसानों के खेतों में अनुपयोगी पैरा को मसीन के माध्यम से बंडलिंग करके उपयोग करने एव गौठान में संकलन हेतु निर्देशित किया गया है जिसके तहत आज अम्बिकापुर विकास खंड के ग्राम करजी एव सोहगा में किसानों के खेतों में हार्वेस्टिंग के बाद बेकार पड़े पैरा का बंडलिंग बनाने का कार्य किया गया जिसमें पाया गया कि यह मशीन प्रति घंटा 25 से 35 बंडल बनाने की क्षमता रखती है खेत के डिजाइन अनुरूप यह निर्भर करता है यदि समतल हो तो यह मशीन प्रति घंटा औसतन 40 बंडल बना सकती है इस मशीन की टेस्टिंग देख कर किसानों में खुसी देखी गई और आसपास के ग्रामीणों और किसानो ने भी इस मशीन के डेमोंसट्रेशन को देखने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया साथ सरगुजा कलेक्टर की इस पहल की जमकर तारीफ भी की अब जिले के गौठान में मवेशियो हेतु बारहों माह पैरा मिल सकेगा एव पैरा का रख रखाव भी अच्छे से हो पायेगा|ज्ञात हो कि जिला खनिज न्यास मद से कृषि विभाग को पैरा रोलर सौपा गया है जो कि हार्वेस्टर से फसल काटने के बाद खेत मे पड़े पुआल को समेटने और बंडल बनाने का काम करता है। किसानों द्वारा पुआल खेत मे छोड़ दिया जाता था जिसे उन्हें आर्थिक हानि होता था। अब किसान किराए में ले कर पुआल रोल करके रखेंगे। एक बंडल पुआल का वजन अनुमानित 20 से 25 किलो होगा। प्रति घण्टा मशीन का क्षमता 25 से 35 बंडल बनाने की है।
यह मशीन उन किसानों के लिए वरदान होगा जो हार्वेस्टर से कटाई करते हैं पुआल बेलर,ग्रामीण क्षेत्रो में किसान धानो को हार्वेस्टर से काट कर खेत मे छोड़ देते हैं जिसे उसकी उपयोगिता नही होता है,पुआलो का उपयोग हेतु किसानों के खेत मे बेलर मशीन से बंडल बनाने का काम किया जाएगा।
प्रति घण्टा 2 से ढाई कुंटल पुआल का बंडल बनाने का क्षमता है ,मशीन ट्रेक्टर से चलता है जो कि पुआल का बंडल बना कर बाहर फेंक देता है सरगुजा जिले में किसानों को उन्नत तकनीकों से खेती करने कलेक्टर महोदय के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार का कार्य किया जा रहा है ,