जुर्म

महिला कांस्टेबल की हत्या मे तहसीलदार की पत्नी निकली मास्टर माइंड ….जानिए क्या था पूरा मामला

वर्तमान भारत । नेशनल ।

लखनऊ । रुचि हत्याकांड में शामिल प्रतापगढ़ के तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव, उसकी पत्नी प्रगति और नामवर सिंह को पुलिस ने सोमवार को जेल भेज दिया। पूछताछ में सामने आया है कि हत्याकांड की साजिश तो तीनों आरोपितों ने रची थी, लेकिन मास्टरमाइंड प्रगति थी। प्रगति और नामवर के बीच नजदीकियां थीं। प्रगति ने ही नामवर को रुचि की हत्या करने के लिए कहा था। नामवर के तैयार होने पर प्रगति ने पद्मेश को लखनऊ उसके पास भेजा था।

आरोपितों ने पहले पीजीआइ अस्पताल में किसी बहाने से रुचि का इलाज कराने की योजना बनाई थी। इस दौरान उसे जहरीला इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतारने की तैयारी थी। हालांकि यह योजना सफल नहीं हुई। इसके बाद अनार के जूस में नींद की 10 गोलियां मिलाकर आरोपितों ने रुचि को पिला दी थी। रुचि के बेहोश होने के बाद उसके सिर पर वार कर गला दबाकर हत्या कर दी थी। नामवर रुचि का शव अपनी गाड़ी से नाले में फेंक आया था। इसके बाद प्रगति को फोन कर उसने बताया था कि रुचि की हत्या हो गई है।

जमीन विवाद का निस्तारण कराने घर आया था नामवर : आरोपित नामवर तहसीलदार के घर पर एक जमीन विवाद के निस्तारण के लिए गया था। कई बार तहसीलदार और उसकी मुलाकात हुई, जिसके बाद वह उनके घर पर आने जाने लगा। नामवर पीजीआइ स्थित कल्ली में रहता था। प्रगति का इलाज कराने के लिए पद्मेश ने ड्राइवर के साथ उसे लखनऊ भेजा था। इस दौरान पद्मेश ने नामवर को फोन कर इलाज कराने में मदद करने के लिए कहा था। प्रगति पीजीआइ में इलाज कराने आने लगी थी और नामवर उसके साथ रहता था। इसी दौरान दोनों में नजदीकियां बढ़ गई थीं, जिसकी जानकारी पद्मेश को नहीं थी। पद्मेश के दो बच्चे हैं।

ये है मामला : 12 जुलाई से रुचि लापता थी। रुचि के साथ काम करने वाली महिला सिपाही ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी थी। गुरुवार को पीजीआइ इलाके में माती के पास नाले में अज्ञात महिला का शव मिला था, जिसकी शिनाख्त रुचि के रूप में शनिवार को की गई थी।