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79 साल की दादी चलाती है AK- 47 ….आइए जानते हैं इस दादी के बारे में ….

वर्तमान भारत । विशेष ।

इंसान की सीखने की कोई उम्र की सीमा नहीं होती है। अगर आप किसी चीज को सीखना चाहते हैं तो आपके अंदर ललक और जुनून होना चाहिए। दुनिया भर में ऐसे बहुत से उदाहरण देखने को मिल जाएंगे जिन्होंने अपने जीवन का काफी समय बिता जाने के बाद नई-नई चीजें सीखीं और उनमें झंडे भी गाड़े। अब इसी कड़ी में एक 79 वर्षीय दादी का मामला सामने आया है जो उम्र के इस पड़ाव पर कुछ ऐसा कर रही हैं जिसे जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे।दरअसल, यूक्रेन की रहने वाली इस बुजुर्ग महिला का नाम वैलेंत्या कोंसतांत्नोवोस्का है जो AK-47 जैसे आधुनिक और खतरनाक हथियार चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं। जिस उम्र में अधिकतर बुजुर्ग अपनी तमाम बीमारियों के इलाज के लिए डॉक्टरों के पास जाते हैं। उस उम्र में ये बुजुर्ग असाल्ट राइफल सीखने शूटिंग रेंज जाती हैं। इन बुजुर्ग महिला की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं ।

दरअसल इन दिनों रूस और यूक्रेन के बीच काफी तनाव की खबरें लगातार सुनने में आ रही हैं। आशंका ये भी जताई जा रही है कि रूस की सेना यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी में है। अब ऐसे में यूक्रेन की सेना ने अपने नागरिकों को भी हथियार चलाने की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है। इसी क्रम में सेना ने सिविलियन कॉम्बैट ट्रेनिंग की भी शुरुआत की है। ये बुजुर्ग महिला भी इसी ट्रेनिंग का हिस्सा हैं।

वैलेंत्या कोंसतांत्नोवोस्का ने एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए कहा कि अब वो ऐसी राइफल चलाने के लिए पूरी तरीके से तैयार हैं। अब वो किसी भी परिस्थिति में दुश्मन से लड़ सकती हैं। इस बुजुर्ग महिला को ये ट्रेनिंग स्पेशल फोर्सेज यूनिट अजोव की तरफ से दी जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस यूनिट की तरफ से यूक्रेन के आम नागरिकों को भी युद्धाभ्यास कराया जा रहा है।

हालांकि इस बुजुर्ग महिला के शरीर के हिसाब से ये हथियार काफी भारी है। लेकिन फिर भी अपने देश की खातिर उन्होंने इस हथियार को चलाना सीख लिया। इस बुजुर्ग महिला का अपने देश के प्रति जज्बा वाकई में काबिलेतारीफ है। ये बुजुर्ग महिला वैसे तो देखने में आम बुजुर्गो की तरह ही हैं लेकिन उनमें अदम्य साहस और जुनून भरा हुआ है।

हालांकि इस बुजुर्ग महिला के शरीर के हिसाब से ये हथियार काफी भारी है। लेकिन फिर भी अपने देश की खातिर उन्होंने इस हथियार को चलाना सीख लिया। इस बुजुर्ग महिला का अपने देश के प्रति जज्बा वाकई में काबिलेतारीफ है। ये बुजुर्ग महिला वैसे तो देखने में आम बुजुर्गो की तरह ही हैं लेकिन उनमें अदम्य साहस और जुनून भरा हुआ है।