प्रधानमंत्री आवास में पीने के पानी का टोटा ….. ये कैसा आवास और कैसा विकास ??
रायपुर । वर्तमान भारत ।
रिपोर्ट : अशोक ठाकुर ( स्टेट हेड)
रायपुर। राजधानी में पीने के पानी की समस्या आम जनता के लिए अभी भी बनी हुई हैं।अभी भी घर घर तक वर्तमान में पीने का पानी उपलब्ध नहीं हैं। और वो भी ऐसी जगह पे जिस जगह को प्रधान मंत्री आवास योजना और विकास की बात कही जाती हैं। उस जगह पे जहां आम जनता को निवास करने के लिए रायपुर के अमलीडीह,महात्मा गांधी नगर,में गणेशराम जीवनानी पब्लिक स्कूल के सामने जो प्रधान मंत्री आवास में रहने के लिए फ्लैट्स अलर्ट करा दिया गया हैं।और आम जनता को उनके नाम से जो फ्लैट्स में अलॉट हुआ हैं उसमे रहने की अनुमति तो दे दिया गया हैं पर फैमली रूम के किचन में पीने की पानी का कनेक्शन नहीं दिया गया हैं और ग्राउंड फ्लोर से लेकर 3 फ्लोर तक के किसी भी बेलकनी में पीने के पानी का कोई कनेक्शन नहीं हैं।
यह रायपुर के अमलीडीह,महात्मा गांधी नगर, के प्रधान मंत्री आवास में 3 मंजिल की बिल्डिंग में टोटल 377 फ्लैट्स फेमिली रूम हैं।और यह 1बी एच के रूम हैं।जिसमे हर रूम में एक पूरी फेमिली रहती हैं। जिसमे 2,से 4 सद्स्य रहते ही हैं।इसी तरह 377 फ्लैट्स / रूम में इतने जनसंख्या की आमजनता बहुत लंबे समय से पीने की समस्या से जूझ रहा हैं।बिना लिफ्ट की 3 मंजिल बिल्डिंग में रहते हुए बाल्टी और गंजी ले कर पैदल सीधी चढ़ के महिलाएं एक हांथ में बच्चे गोद में लेकर दूर से पीने का पानी लाने में मजबूर हैं।बच्चे , बूढ़े जवान सभी मजबूर हैं इस तरह की जीवन यापन करने को।ग्राउंड फ्लोर से तीसरी मंजिल तक यही नजारा रोज सुबह 6 से 9 बजे तक यही देखने को मिलता है।और शाम को भी यही नजारा देखने को भी मिल जाएगा ।ऐसी जीवन शैली सरकार द्वारा यहां की बना दी गई है।और तो अब तीन दिनो से ऐसी दशा हो गई हैं कि दैनिक उपयोग के लिए जो पानी फ्लैट्स में आता था वो भी बन्द हैं। यहां की आम जनता को पानी के लिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं।पानी की टैंकरों की सुविधा भी बड़ी मुश्किल से लेट से दी जा रही।उसमे भी फिर वही दिक्कत की बात , पानी से भरी हुई बाल्टियों और गंजी के साथ ग्राउंड फ्लोर से तीसरी मंजिल तक सीढ़ियों से चढ़ कर पानी स्टोर करना और अपनी दिनचर्या चलाना।यकीनन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अमलीडीह महात्मा गांधी नगर में इस तरह से आम जनता प्रधान मंत्री आवास में इस तरह से दिक्कतों भरी जीवन यापन करने में मजबूर हैं”क्या यहीं है आम जनता के लिए की गई विकास” ?
इस पी, एम, आवास की बिल्डिंग में ग्रामीण एरिया से भी ज्यादा दिक्कत रोजाना देखने को मिल जाएगा।और ऐसा नजारा देख के बहुत दुखद जीवन जीने को मजबूर लोगो की कोई समस्या का समाधान अब तक नहीं किया गया हैं। वर्तमान में पी, एम आवास के अध्यक्ष सिद्धार्थ निराला है,उपाध्यक्ष सुभाष साहू, सचिव धीरज ,और संरक्षक मनीष निर्मलकर हैं। इन सभी के पास हर घर से रूम मेंटनस जाता हैं।पर कभी भी इन समस्या पे किसी ने कोई समाधान नहीं कराया गया हैं। अन्त में एक सवाल – “क्या छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में विकास के नाम पे प्रधान मंत्री आवास योजना की सुविधा ऐसी होनी चाहिए क्या “?