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पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला, आरक्षक की हालत गंभीर ……थाना प्रभारी ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई…..

मैनपाट । वर्तमान भारत ।

इरफान सिद्दीकी

सरगुजा-टोनही प्रताड़ना के आरोपी को नोटिस तमिल कराने गए पुलिसकर्मियों पर जान लेवा हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया घटना मैनपाट के कमलेश्वर पुर का बताया जा रहा है ।नोटिस देने गए थाना प्रभारी समेत दो आरक्षकों पर पिता पुत्रों ने मिल कर जानलेवा हमला कर दिया गया, जिसमें एक आरक्षक को गंभीर चोट लगी है, जबकि थाना प्रभारी ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई है ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले के कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र में टोनही प्रताड़ना के आरोपी को नोटिस देने गए थाना प्रभारी व दो आरक्षकों पर अचानक पिता पुत्रों ने ताबड़ तोड़ हमला कर दिया टांगी, डंडा, पत्थरों से जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई। आरोपी और उसके दो पुत्रों ने थाना प्रभारी को डंडा और टांगी लेकर मारने के लिए दूर तक दौड़ाया जैसे-तैसे थाना प्रभारी ने भाग कर अपनी जान की रक्षा की ।

आरक्षक के सिर पर मारा पत्थर

इस दौरान आरोपियों ने थाना प्रभारी से ये कहा कि “हम कोर्ट नहीं जायेंगे, कोर्ट को यहीं बुलाओ, यहीं फैसला होगा. तुम लोग का भी आज यहीं फैसला कर खेल खत्म कर देता हूं.” ऐसा कहते हुए ज्ञानी यादव सड़क के दूसरी ओर रखे बॉक्साइट पत्थर के ढेर की ओर दौड़ा और पत्थर उठाकर मारने की कोशिश किया. ये सब देखकर थाना प्रभारी के साथ आए आरक्षक विजय प्रताप सिंह उस रोकने के लिए गया. तो ज्ञानी यादव का बेटा नारायण यादव दौड़ते हुए गया और बॉक्साइट पत्थर के ढेर से दूसरा ढेर उठा लिया और दोनों हाथ से पत्थर उठाकर आरक्षक विजय प्रताप सिंह के सिर में मार दिया. जिससे वह वहीं लहूलुहान होकर गिर पड़ा

इस दौरान गांव में हो हल्ला सुनकर मौके पर गावँ के लोग इकट्ठे हो गए गाँव वाले कुछ समझ पाते उससे पहले ही आरोपी वहां से फरार हो गए । आरोपियों ने साथ में गए एक आरक्षक के सिर पर बॉक्साइट पत्थर से हमला कर दिया था पत्थर के चोट के कारण पुलिस कर्मी जमीन पर गिर गया जिस वजह से आरोपियों ने डंडे से पुलिस कर्मी पर प्रहार करते रहे जिस्से पुलिस कर्मी को गंभीर हालत में पास के प्रथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देख उचित ईलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर भेजा गया है जहाँ पुलिस कर्मी का उपचार चल रहा है पुलिस कर्मी के उपचार करने वाले डॉक्टर ने बताया है की हालत सर पर अत्यधिक चोट लगने के कारण हालत गंभीर है अगले 24 घण्टे बहुत ही अहम है

थाना प्रभारी के साथ 2 आरक्षक गए थे चालान पेश करने के लिए लुरैना गांव में

प्राप्त जानकारी के अनुसार कमलेश्वरपुर थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह आरक्षक विजय प्रताप सिंह और देवदत्त सिंह के साथ बुधवार की सुबह 9 बजे टोनही प्रताड़ना अधिनियम की धारा 5 के आरोपी ज्ञानी यादव को चालान पेश करने के लिए ग्राम लुरैना गए हुए थे जैसे ही ज्ञानी यादव के घर के पास पहुंच ज्ञानी को बुलाया गया तो घर के बाहर आने पर थाना प्रभारी पर ज्ञानी बतमीजी से बात करने लगा उसके बाद गाली गलौज करने लगा ज्ञानी के पुत्रों की नजर जैसे ही पिता के तरफ पड़ी पुत्रो ने घर से टांगी, लाठी,लेकर प्रहार करने लगे ज्ञानी यादव के पुत्र नारायण यादव और नारद यादव बताया गया है । विवाद बढ़ते देख थाना प्रभारी व आरक्षक अपने गाड़ी के तरफ जाने लगे तो दोनों पुत्रों के द्वरा उग्र हो कर ताबड़ तोड़ लाठी बरसाना चालू कर दिया गया जिससे किसी भी पुलिस वाले को चोट नही लगी पर अफरा तफरी में थाना प्रभारी ने जैसे-तैसे भाग कर अपनी जान बचाई और पत्थर के चोट लगने के कारण एक आरक्षक पत्थर सर पर लगते ही वही पर गीर गया जिसे पिता पुत्रों द्वरा लाठी-डंडे से वार कर लहूलुहान कर फरार हो गए उस समय दूसरे आरक्षक के द्वरा इन्हें पकड़ने की कोसिस की तो इस पर भी हमला करने को दौड़ाया गया लेकिन गांव वालों की मदद से उसने किसी तरह खुद को बचा लिया। मामला मैनपाट के कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र का है ।

तीनों आरोपियों को भेजा गया है न्यायिक हिरासत में


इसके बाद तब नारायण यादव और नारद यादव डंडा लेकर और उसका पिता ज्ञानी यादव टांगी लेकर थाना प्रभारी को मारने के लिए दौड़े. तब थाना प्रभारी चिल्लाते हुए भागे की कोई कार्रवाई नहीं करेंगे. तब तक आसपास के लोग भी इकट्ठे हो गए. तब पिता-पुत्र तीनों मौके से भाग गए. थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह और आरक्षक देवदत्त सिंह ने घायल आरक्षक विजय प्रताप सिंह को उठाकर गाड़ी में बैठाया और सीधे स्वास्थ्य केंद्र कमलेश्वरपुर लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए बेहतर ईलाज के लिए अम्बिकापुर भेजा गया जहां उसे भर्ती कर उपचार कराया जा रहा है इसके पश्चात कमलेश्वरपुर थाना में तीनों आरोपी ज्ञानी यादव, नारायण यादव और नारद यादव के खिलाफ धारा 186, 294, 307, 333, 34, 353, 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.

क्या कहा एएसपी विवेक शुक्ला ने?

एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि एक मामले में चालान होना था. इसलिए न्यायालय में पेश होने के लिए पुलिस नोटिस देने गई थी उसी समय ज्ञानी यादव द्वरा कोर्ट को लेकर अबर्द भाषा का प्रयोग करते हुए गाली गलौज करते हुए लाठी,पत्थर,से वार कर एक आरक्षक को गंभीर हालत में उपचार कराया जा रहा है आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है । आरोपी पुलिस वालों से ये कहकर उलझने लगा कि मैं क्यों पेश होऊं. उसे समझा रहे थे कि उसका बेटा पीछे से आरक्षक के सिर पर पत्थर से वार कर दिया. इस मामले में आरोपी पिता समेत उसके दो पुत्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है ।