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छत्तीसगढ़ समाचार :अनिश्चितकालीन हड़ताल पर वन विभाग कर्मी…सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप…पढ़ें पूरी खबर

रायपुर । वर्तमान भारत।

गजाधर पैकरा

रायपुर (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत ।रायपुर में 22 अगस्त से कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन अनिश्चितकालीन हड़ताल करने वाले हैं । ठीक उससे पहले ही छत्तीसगढ़ के वन विभाग में काम करने वाली दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर 20 अगस्त शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।

वन विभाग में काम करने वाले इन कर्मचारियों का कहना है कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इन कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था ।लेकिन सरकार बनने के बाद भी इन्हें नियमित नहीं किया गया है ।सरकार की इस वादाखिलाफी के विरोध में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर एवं विवश हैं।

उनका कहना है कि हमारी 2 सूत्रीय मांग जिसमें पहला मांग स्थायीकरण और दूसरा मांग नियमितीकरण का है और इन कर्मचारियों का कहना है कि जो कर्मचारी 2 साल की सेवा पूर्ण कर चुका है ,उन्हें स्थाई किया जाए ।वही जो दैनिक वेतन भोगी 10 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके हैं उन्हें नियमित किया जाए ।

पूरे छत्तीसगढ़ में वन विभाग में वेतन भोगी के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग 6500 है। इन कर्मचारियों को वेतन के रूप में प्रति माह 9000 ही वेतन मिलता है ,जो वन विभाग में वाहन चालक ,कंप्यूटर ऑपरेटर, रसोईया और बैरियर का काम करने के साथ ही जंगल का काम देखते हैं।

वन कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री राम कुमार सिन्हा ने बताया कि वन विभाग में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करते हुए कर्मचारियों को 2 साल से लेकर 17 साल पूर्ण कर लिए हैं ।इसके बावजूद कांग्रेस सरकार ना तो स्थाई कर रही है और ना ही नियमित कर रही है ।सरकार की इस वादाखिलाफी के विरोध में हम लोगों को अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे दैनिक वेतन भोगी महिला कर्मचारी पार्वती बेहरा ने बताया कि सुबह 8:00 बजे से वन विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर जंगल जाकर जंगल में अवैध कटाई ,आगजनी की घटना और रेत खनन जैसी चीजों को देखरेख करनी होती है। जंगल जाने से इन कर्मचारियों को जंगली जानवरों का भी डर बना रहता है ।लेकिन ऐसे हालात में भी नौकरी करना हमारी मजबूरी और विवशता है।