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छत्तीसगढ़ में करंट की चपेट में आने से एक और हाथी की गई जान…मामले की जांच में जुटी वन विभाग की टीम…पढ़ें पूरी खबर

महासमुंद । वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा की रिपोर्ट

महासमुंद (छत्तीसगढ़) वर्तमान भारत। प्रदेश में एक और हाथी की जान चली गई है। इस बार भी करंट प्रवाहित किसी ने जंगली सूअर का शिकार करने के लिए तार बिछाया था।उसी तार की चपेट में आने से ये नर हाथी की जान चली गई है। फिलहाल वन विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है।

जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व गरियाबंद इलाके से दो हाथी महासमुंद वन परिक्षेत्र में पहुंचे थे।जिनका नाम ME-1 व दूसरा ME-5 था। जो विचरण करते हुए सिरपुर की और पहुंच गए थे। तब से वे विचरण कर रहे थे।

बताया गया कि शनिवार की रात को यह दोनों हाथी कोडार जलाशय से लगी गांव के पास पहुंचे थे। यहीं पर किसी ने जंगली सूअर की शिकार करने के लिए करंट प्रवाहित तार बिछाया हुआ था। इसी तार की चपेट में ME-5 नाम की हाथी आ गया और उसकी जान चली गई। जबकि दूसरा हाथी आगे बढ़ गया है। वहीं सुबह जब गांव के लोग उस क्षेत्र में गए। तब उन्हें हाथी की लाश को नजर आया।

इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। सूचना लगते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग ने हाथी के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। वन विभाग की टीम उस ग्रामीण की भी तलाश करेंगी, जिसने यहां जंगली सुअर की शिकार करने के लिए करंट प्रवाहित तार लगा रखा था।

बता दें कि 5 दिन पूर्व सूरजपुर जिले में 60 वर्ष के सिविल बहादुर वृद्ध हाथी की भी जान चली गई। वह प्रदेश के सबसे वृद्ध हाथी में से एक था। वह कई दिनों से बीमार चल रहा था। सूरजपुर में इलाज के दौरान मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई। उसे सूरजपुर जिले की तमोर पिंगला रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था।

यहां उसका इलाज किया जा रहा था। रेस्क्यू टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही थी। कुछ समय पूर्व उसके स्वास्थ्य में सुधार आया हुआ था। मगर बाद में उसकी स्थिति बिगड़ती ही चली गई। आखिरकार उसने अपना दम तोड़ ही दिया।