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सपनों को मिलेगी नई उड़ान, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना का किया शुभारंभ, छात्रों को उज्जवल भविष्य की दी शुभकामनाएं

इरफान सिद्दीकी की रिपोर्ट

अम्बिकापुर 03 अक्टूबर 2023/मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना का शुभारंभ किया। जेईई व नीट के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी अब निशुल्क तैयारी कर सकेंगे। मुख्यमंत्री बघेल ने राजधानी रायपुर के अपने निवास कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से इस योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे के समक्ष स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना संचालन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत समग्र शिक्षा, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम एवं ऐलन कैरियर कोचिंग इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
जिले के सभी विकासखण्ड में स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना के तहत निशुल्क कोचिंग संचालित किए जाएंगे। इस कोचिंग योजना के लिए अभी तक जिले में हिन्दी माध्यम के 380 छात्रों एवं अंग्रेजी माध्यम के 56 छात्रों ने पंजीयन कराया है। शासन द्वारा संचालित निशुल्क कोचिंग योजना से विद्यार्थियों के सपनों को नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वर्चुअल माध्यम से जिले की मेंड्रा कला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा उषा राजवाड़े से बात की। छात्रा ने बताया कि वे इंजीनियरिंग करना चाहती हैं लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वज़ह से वो महंगे कोचिंग संस्थान में दाखिला नहीं ले सकती थी, लेकिन शासन द्वारा निशुल्क कोचिंग योजना की शुरुआत ने उनके सपने को पूरा करने का हौसला बढ़ा दिया। उषा ने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद देते हुए आभार जताया। तो वहीं मुख्यमंत्री ने सभी छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी

स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना के लिए पात्र होने के लिए कक्षा दसवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं और कक्षा 12वीं में अध्यनरत छात्रों को कोचिंग दी जाएगी। विद्यार्थी को संबंधित विकासखंड, शहर के शासकीय स्कूलों में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा। विकासखंड मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12वीं में जीव विज्ञान और गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही इस योजना के लिए पात्र होंगे।
प्रत्येक कोचिंग सेंटर में 75 से 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाएगा। इसमें प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। प्रदेश के विकासखण्ड और शहरों सहित 150 कोचिंग सेंटर के माध्यम से निशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह सुविधा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी।