52 पत्ती का खेल , जुआरियों की मौज ,पुलिस फेल: जुआरियों की पुलिस से सेटिंग या सिर्फ झूठा इल्जाम ???? पढ़िए , आदर्श सिंह की खास रिपोर्ट …
बैकुंठपुर । आदर्श सिंह ।
बैकुंठपुर लंबे समय से जुआ चल रहा है। मीडिया द्वारा बार – बार इस मुद्दे को उठाने के बावजूद बैकुंठपुर पुलिस के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है।आम आदमियों के बीच यह चर्चा है कि जुआ खिलाड़ियों को पुलिस द्वार संरक्षण दिया जा रहा है और पुलिस जानबूझकर अपनी आंख बंद किए हुए है।
विदित हो कि गेज बांध के पास आए दिन जुआ फड़ जमता है।इस फड़ में बैकुंठपुर और चर्चा सहित आसपास के बड़े – बड़े जुआरी अपनी किस्मत आजमाते हैं। प्राप्त सूचना के अनुसार सरडी के 2 लोग और खरावत का एक आदमी जुआ खेलाते है। इन जुआरियों से आम नागरिक परेशान है। लोगों को यह भय लगातार सताता रहता है कि कहीं कोई उसके परिवार का कोई सदस्य इस घृणित कार्य में संलिप्त न हो जाए। यहां के रहवासी मीडिया के माध्यम और व्यक्तिगत रूप से जुआरियों मिलकर कई बार अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं, लेकिन इस अनैतिक कार्य पर आज तक लगाम नहीं लगा है। उल्टा जुआरी यह दावा करते हैं कि पुलिस से उनकी सेटिंग है और पुलिस के आने से पहले ही उन्हे खबर मिल जाती है। उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता।
बैकुंठपुर पुलिस ध्यान दे
बैकुंठपुर पुलिस द्वारा बड़े जुआरियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करने से आम जनता में उसके प्रति दिनोंदिन रोष बढ़ता जा रहा है और पुलिस की छवि लगातार धूमिल हो रही है। आम नागरिक में यह चर्चा है कि कुछ पुलिस कर्मी चंद पैसों के चलते जुआरियों को संरक्षण दे रहा हैं। इस बात में कितनी सच्चाई है ये तो वक्त ही बताएगा । बहरहाल , यहां की जनता जुआरियों से परेशान है और वह इसे बंद कराना चाहती है और इस कार्य में बैकुंठपुर पुलिस से सहयोग की अपेक्षा करती है।