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जशपुर के कोतबा में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई समाज ने मिलकर मां सरस्वती पूजन का किया आयोजन…ग्रामवासी उत्साह के साथ बढ़-चढ़कर पूजन में ले रहे हिस्सा…7 दिनों तक मांस मदिरा बंद…पढ़ें पूरी खबर


कोतबा/जशपुर :- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पहली बार कोतबा चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत रोकबहार में हिन्दू, मुस्लिम और ईसाई समाज के लोगों ने मिलकर मां सरस्वती पूजन का आयोजन किया है.जि ससे ग्रामवासी उत्साह के साथ बढ़ चढ़कर पूजन में हिस्सा ले रहें है।

दरअसल, ग्राम पंचायत रोकबहार में मुस्लिम समाज और ईसाई समाज की बढ़ी संख्या लोग निवासरत हैं. यहां इतिहास में आज तक इस तरह से सभी समुदायों के लोगों ने मिलकर कोई भी पूजन कार्य संपन्न नही कराएं है

बता दें कि, पहली बार इस तरह के आयोजन से सभी समाज के लोगों में सामाजिक सौहाद्र बनाये जाने से इनकी इस अनूठी पूजन आयोजन से लोगों में तारीफों की चर्चा का विषय बना हुआ हैं। बसंत पंचमी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। इस पर्व को बहुत ही खास तरीके से मनाया जाता है, इस दिन विद्या की देवी सरस्वती मां की पूजा करने की परंपरा है। पूरे देश में इस दिन मां सरस्वती की पूजा होती है। यज्ञाचार्य सनत राम वैष्णव ने बताया कि 13 फरवरी 2024 को कलशयात्रा के साथ पूजा अनुष्ठान कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है।

फिलहाल ,19 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये हैं।प्रतिदिन सुबह शाम आरती के साथ पूजन कार्य सम्पन्न कराए जा रहें है.जिसमें बड़ी संख्या में सभी वर्ग के लोग शामिल हो रहें हैं। समिति के विशिष्ट अतिथि संदीप कुजूर ने बताया कि पूजन के साथ साथ विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी किया जा रहा है.जिसमें कब्बड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा हैं. जिसका प्रथम पुरस्कार 10 हजार रुपये व द्वितीय पुरस्कार 5 हजार जबकि तृतीय 3 हजार और चतुर्थ 1 हजार निर्धारित किया गया हैं। शेख जमाल,शेख अरमान ने बताया कि पहली बार हो रहें इस अनुष्ठान को लेकर पूरा गांव भक्तिमय माहौल में समा गया है.उन्होंने बताया कि यह पहली बार आयोजित किया जा रहा है.आने वाले वर्षों में बड़े स्तर पर बड़ी धूमधाम से इस पूजन को उत्साह पूर्वक मनाया जाएगा।

बता दें कि, रोकबहार निवासी जीनु शर्मा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुये कहा कि समाज के लिये सभी वर्गों के एक पंडाल में पूजन कार्यक्रम संचालन करना आनंदमय माहौल लगता है.उन्होंने अयोध्या में श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे विश्व में हिंदुओं और करोड़ों लोगों के आस्था से जुड़े भाव और उससे उतपन्न माहौल को इस संगठित समाज को बताया.श्री शर्मा ने कहा कि पहली बार सार्वजनिक माँ सरस्वती पूजन महायज्ञ में ऐसा माहौल कभी नही देखा हूँ. इसके साथ ही कबड्डी,डांस,करमा नृत्य,डंडा नृत्य,सुआ नृत्य,नाटक जैसे बड़े आयोजन आयोजित किये गये है.निश्चित ही आने वाले वर्षों में उत्सव के साथ आसपास के गांवों में इसका सार्थक पहल जायेगा।

सात दिनों तक मांस मदिरा पूर्णतः बंद

फिलहाल, ग्रामीण टीकम सिदार,अर्जुन साय,महेंद्र साय पोर्ते ने बताया कि रोकबहार ग्राम पंचायत में सात दिनों तक होने वाले इस अनुष्ठान को लेकर यह निर्णय लिया गया है कि कोई भी व्यक्ति शराब और मांस का सेवन नही करेगा.अगर इस दौरान इसके सेवन पाया गया तो उसे पंचायत और गांव वालों से जुर्माना किया जाएगा।