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Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के यहां एक ही जगह 20 से अधिक टावरें…जमीन पर हो रही करंट प्रवाहित…हाईकोर्ट ने इसका मांगा जवाब…पढ़ें पूरी खबर


बिलासपुर :- जिले के आठ से दस गांव ऐसे है जहां बिजली की हाईटेंशन तार से खतरा है बना हुआ है। इन गांवों में 20 से अधिक टावर होने की वजह से जमीन पर करंट दौड़ रहा है।

दरअसल, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने मामले को गंभीरता से लिया और सुनवाई करते हुए राज्य शासन, पॉवर ग्रिड कंपनी, जबलपुर ट्रांसमिशन कंपनी सहित बिजली विभाग के अफसरों को पक्षकार बनाते हुए नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

बता दें कि, चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस रजनी दुबे की बेंच ने जनहित याचिका मानकर सुनवाई शुरू की है। बुधवार को केस की सुनवाई के दौरान राज्य शासन सहित अन्य पक्षकारों ने जवाब के लिए समय मांगा है।

वहीं, इस दौरान यह भी बताया गया कि टांवर लगाने के लिए बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारी सर्वे कराकर एनओसी देता है। लिहाजा, उन्हें भी पक्षकार बनाया जाए। इस पर डिवीजन बेंच ने बिजली विभाग के अफसरों को भी पक्षकार बनाने के निर्देश दिए हैं। अब केस की अगली सुनवाई जून तक सभी पक्षकारों को जवाब देना है।

परेशान होकर ग्राम के लोगों ने की खेती बंद

फिलहाल, लोगों की परेशानी ऐसी है कि यहां मुख्य व्यवसाय सब्जी की खेती है। लेकिन, करंट से परेशान होकर लोगों ने अपनी खेती बंद कर दी है। हाईटेंशन टावरों के चलते किसान परेशान हैं। बार-बार करंट लगता है। इसके बाद भी झटका खाकर खेती करना उनकी मजबूरी हो गई है। यही वजह है कि अधिकांश किसानों ने ने टॉवर वाली जमीन पर खेती करना छोड़ दिया है।

टॉवर के नीचे से होकर गुजरने पर होती है झनझनाहट

ज्ञात हो कि, आसपास के इलाकों में फैले हाईटेंशन तार का ऐसा असर हो रहा है कि नीचे से गुजरने पर लोगों को झनझनाहट होती है। ऐसे में उन्हें कई बार करंट का झटका भी लगता है। जिससे बचने के लिए ग्रामीणों के पास कोई उपाय नहीं है और वो दहशत में रहते हैं।

सबसे अधिक प्रभावित गांव अमतरा

वहीं, टॉवर की वजह से शहर से लगे ग्राम अमतरा, कछार, लोफंदी, भरारी, लछनपुर, मोहतराई, नवगवां, मदनपुर में यह समस्या है। इनमें से सबसे अधिक प्रभावित गांव अमतरा है।

बिलासपुर जिला मुख्यालय से लगे आठ से दस गांव के लोग परेशान

दरअसल, बिलासपुर-रतनपुर नेशनल हाइवे के बीच में 8-10 गांव ऐसे हैं, जहां हर गांव में बिजली के 20 से अधिक हाईटेंशन टावर लगे हैं। इनमें 400 से 800 केवी करंट दौड़ रहे हैं और इसका असर गांव के लोगों को पड़ रहा है। गांव की जमीन पर आ रहा करंट।

फिलहाल, इस मामले पर हाईकोर्ट ने गंभीरता दिखाई है। लोगों की इस समस्या को लेकर डिवीजन बेंच ने राज्य शासन, बिजली कंपनी, पॉवर ग्रिड कंपनी, जबलपुर ट्रांसमिशन कंपनी सहित अन्य पक्षकारों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।