कमीशनखोरी के चक्कर में सरकारी शराब दुकानों में चल रहा है मिलावटी शराब का खेल …….एक होटल विशेष को लाभ पहुंचाने सरकारी दुकानों में रखा जाता है घटिया और गर्म बीयर…. लोगों ने कहा जिम्मेदार अधिकारी ….
बैकुंठपुर। वर्तमान भारत ।
रिपोर्ट : दिनेश मिश्रा
वैसे तो शराब अपने आप में है खराब।शराब पीना या पिलाना दोनो ही परिस्थिति में वह मनुष्य के स्वास्थ्य , सम्मान और अर्थ व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है । ऊपर से सरकारी नुमाइंदों की धन लोलुपता और निष्क्रियता आग में घी का काम कर रही है।आज की ये बात कोरिया जिले की सरकारी शराब दुकानों के संदर्भ में की जा रही है।
जिले की सरकारी शराब दुकानों में धड़ल्ले से मिलावटी शराब का खेल खेला जा रहा है और सरकारी अमला कान में तेल डालकर सो रहा है।शराब रसिकों के बीच आज यह कहीं भी सुना जा सकता है कि मिलावटी शराब बिक्री में उच्च अधिकारियों का हाथ है।ये भ्रष्ट अधिकारी धन के लालच में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ तो कर ही है ,साथ ही साथ सरकार को भी प्रति माह करोड़ों का चूना लगा रहे हैं । खैर ! इन शराब शौकीनों की बातों की सत्यता की तहत तक जाना एक आम आदमी के वश की तो बात नही है। मगर , एक बात पूरी तरह सत्य प्रमाणित होता है कि यदि जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्ट नहीं है और इस मिलावट के खेल को रोकने में सक्षम नहीं हैं तो वे बेहद नक्कारे है और इस पद की योग्यता नहीं रखते हैं। ये देश , समाज और मानवता के दुश्मन हैं ।
जिले की सरकारी शराब दुकानों में मिलावट और भ्रष्टाचार का आलम यह है कि इन दुकानों में अच्छा और ठंडा बीयर तक नही मिलता।इन दुकानों में जो बीयर मिलता है वह बेहद घटिया और गर्म होता है। लोगों के बीच यह चर्चा हैं कि दुकान संचालकों द्वारा ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है , क्योंकि ऐसा करके वे एक होटल व्यवसायी को लाभ पहुंचाना चाहते हैं। उस होटल से उनका कमीशन फिक्स्ड है।इस कमीशनखोरी के चक्कर में ही सरकारी दुकानों में बीयर नहीं रखा जाता या रखा भी जाता हैं तो बेहद घटिया और गर्म। जब कोई ग्राहक इन सरकारी दुकानों में बीयर लेने जाता है और यदि वह खराब एवं गर्म बीयर की शिकायात करता है तो अच्छी और ठंडी बीयर के लिए उसे उस होटल का पता बता दिया जाता है। बीयर के शौकीन लोगों को मजबूरी में उस होटल से महंगे दर पर बीयर खरीदनी पड़ती है।
सरकारी शराब दुकानों के जिम्मेदार अधिकारियों का यह घृणित कार्य किसी दिन बड़ी अप्रिय घटना का कारण हो सकता है। चंद सिक्कों के लिए इस कदर गिरना पूरी तरह अनुचित है। मिलावटी शराब से लोगो की जान जा सकती है। जनहित में इस अनैतिक कार्य को तत्काल रोका जाना चाहिए।