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नगर निगम रायपुर के आयुक्त ने अपने कर्मचारियों से जो कुछ कहा , इसके पहले किसी आयुक्त ने नहीं कही ऐसी बात ….. आइए जानते है उन्होंने ऐसा क्या कह दिया ….

रायपुर । वर्तमान भारत ।

नगर निगम रायपुर के आयुक्त प्रभात मालिक ने अपने कर्मचारियों से कुछ ऐसी बात कह डाली कि वह एक मिशाल बन गई। दरअसल नगर निगम की माली हालत अचानक फाइनेंशियल इयर एंडिंग में गड़बड़ा गई है। इस वजह से नगर निगम के कर्मचारियों को वेतन मिलने में देरी हुई है। इसे लेकर निगम के कर्मचारी प्रतिनिधि मंडल ने निगम के कमिश्नर IAS प्रभात मलिक से मुलाकात की। अफसर ने कर्मचारियों से बातचीत के बाद एक बड़ी बात कही जो आम तौर पर अफसर नहीं करते।

प्रभात मलिक ने कहा कि फरवरी में वेतन कुछ तकनीकी वजहों से देर से मिला, मैं आप लोगों से वादा करता हूं कि जब तक चतुर्थ और तृतीय वर्ग कर्मचारियों का वेतन का भुगतान नहीं होगा मैं अपनी सैलरी नहीं लूंगा। मार्च में सभी को समय पर सैलरी मिलेगी। निगम कमिश्नर ने कहा कि कर्मचारियों की सैलरी पहली प्राथमिकता है, उन्होंने कहा कि मार्च महीने की शुरुआत में कर्मचारियों को वेतन दे दिया जाएगा।

ये है पूरा मामला

नगर निगम सूत्रों का कहना है कि इस बार नगर निगम की माली हालत कुछ ठीक नहीं है। यही वजह है कि कर्मचारियों को जहां हर महीने 5 से 6 तारीख को वेतन मिल जाया करता था, जनवरी और फरवरी में वेतन 11 और 18 तारीख को मिला। इन महीनों में वैसे तो निगम जमकर संपत्ति कर की वसूली करता है, वो भी देरी से होने के कारण निगम के पास रुपयों की कमी रही।

नगर निगम को सरकार से मिलने वाले फंड में भी देरी हुई

प्राप्त जानकारी के अनुसार 90 करोड़ रुपए जो सरकार से मिलने थे, उसकी जगह सिर्फ 60 करोड़ रुपए ही मिले, इस वजह से भी निगम की माली हालत खराब हुई और कर्मचारियों को वेतन देने में दिक्कतें पेश आईं। हालांकि मीडिया में इस तरह की बातों से महापौर एजाज ढेबर खंडन करते हुए कहते दिखते हैं कि कोई माली हालत खराब नहीं है, सब ठीक है व्यवस्था कर रहे हैं।