सरहुल पर्व धरती माता को समर्पित, हमारी संस्कृति हमारी पहचान – डॉ प्रीतम राम
वर्तमान भारत
कुसमी से अमित सिंह की रिपोर्ट
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदिवासी विकास खंड कुसमी में आदिवासी समुदाय के द्वारा हर्षोल्लास के साथ चैत पूर्णिमा को मूली पड़हा कुसमी के तत्वाधान में तहसील डीपा स्थित सरहुल प्रांगण में विशाल सरहुल पूजा का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में आदिवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा था, कार्यक्रम की शिरकत करने राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम, विधायक चिंतामणि महाराज, लुंड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम के साथ-साथ पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष बहादुर राम, जिला पंचायत सदस्य हीरामणि निकुंज, परशुराम भगत ,रामकुमार भूरमू, नगर पंचायत अध्यक्ष गोवर्धन राम ,जनपद पंचायत अध्यक्ष हुमंत सिंह ,नेता प्रतिपक्ष नगर पंचायत सोमनाथ भगत, बृजमोहन टोपे एवं राजी पड़हा के राष्ट्रीय सलाहकार राजेंद्र उराव उपस्थित रहे। पर्व सुबह 9:00 बजे सरना स्थल में समाज प्रमुख द्वारा पूजा अर्चना के बाद नगर में शोभायात्रा निकाली गई जहां एक ओर युवक- युवतियां मांदर की थाप पर एवं आकर्षक नृत्य करते हुए कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे वहीं दूसरी ओर समाज के पारंपरिक वेशभूषा से कार्यक्रम सुशोभित हो रहा था इस दौरान आदिवासी समाज के विभिन्न समुदाय के लोग कार्यक्रम में उपस्थित हुए, राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने अपने उद्बोधन में कहां की आदिवासियों के बीच जो सामंजस्य है वह प्रेम का प्रतीक है ,वही लुण्ड्रा विधायक एवं छत्तीसगढ़ मेडिकल कारपोरेशन बोर्ड अध्यक्ष डॉ प्रीतम राम ने कहा कि सरहुल पर्व धरती माता को समर्पित है।
जशपुर चौक को भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर रखने की मांग उठी।
महान क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर जशपुर चौक का नामकरण किया जाए एवं शासन द्वारा संचालित अंग्रेजी शराब दुकान को नगर से बाहर करने के साथ ही साथ प्रत्येक वर्ष सरहुल पर्व आयोजन के लिए सहायता राशि प्रदान करने की मांग आदिवासी समाज के द्वारा संयुक्त रूप से मांग की गई। कार्यक्रम में देवान रामचंद्र निकुंज, बेल छोटेलाल ,उप देवान रामधनी ,लक्ष्मी प्रसाद, मंगल साय,जे.आर. भगत ,सौरभ कुमार, उप्पल भगत ,बालेश्वर राम, विजय भगत कोनकोटोली इंदर निकुंज , सरपंच देवरी शशि टोप्पो ,सरपंच सिविल दाग बसंती भगत , सरपंच श्री कोट सुनीता भगत , देव साय राम सिविल दाग, पूर्व पार्षद राकेश कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समुदाय उपस्थित रहे।