Latest:
Natioal News

दिल्ली न्यूज़ :- तीसरी वंदे भारत ट्रेन में ऐसे क्या फीचर्स हैं जो इसे बाकी ट्रेनों से अलग बनाते हैं आइए जानते हैं.….

वर्तमान भारत

नई दिल्ली:  रेलवे यात्रियों के लिए 15 अगस्त को एक बड़ी ख़ुशख़बरी लेकर आया है. ये उन तमाम रेल यात्रियों के लिए है जो वंदे भारत ट्रेन की आने वाली नई ट्रेनों में सफर करना चाह रहे थे. आप सोच रहे होंगे कि वंदे भारत ट्रेन तो पहले से ही पटरियों पर दौड़ रही है तो इसमें क्या खास बात है. नई वंदे भारत में बहुत कुछ खास देखने को मिलेगा. आज रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चेन्नई के ICF सेंटर पर आई नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का मुआयना किया और इसमें लगे कुछ खास फीचर्स और तकनीक को बारीकी से समझा।

  तीसरी वंदे भारत ट्रेन में ऐसे क्या फीचर्स हैं जो इसे बाकी ट्रेनों से अलग बनाते हैं. तीसरी वंदे भारत ट्रेन में सीटिंग अरेंजमेंट को पहले से बेहतर किया गया है. पहले सीट का पिछला हिस्सा ही मूव हो सकता था लेकिन अब पूरी सीट सुविधा अनुसार मूव हो सकेगी.वंदे भारत की तीसरी ट्रेन में सीट को और आरामदायक बना दिया गया है. इससे आपको फ्लाइट से ज़्यादा बेहतर और चौड़ी सीट मिल जाती है. लेगरूम को भी बढ़ाया गया है साथ ही आप सीट को ज़्यादा रॉकलाइन कर पाएंगे. सीट्स इंडिकेटर्स दिए गए हैं ताकि आपको अपनी सीट देखने में समय न लगे. फायर अलार्म को लगाया गया है जिससे आग या धुंआ होने पर अलार्म बजे और यात्री सुरक्षित जगह  ले ले.आपके मनोरंजन का ख्याल स्क्रीन के जरिए रखा गया है. इस बार आटोमैटिक ट्रेन के दरवाजों को और बेहतर किया गया है. इनडोर दरवाजे सेंसर्स से काम करेंगे. ट्रेन यात्रियों के लिए खिड़की को और सुविधाजनक बनाया गया है जिससे आप बाहर का नज़ारा भी ले सकें. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आपके लिए 6 सीसीटीवी कैमरे एक कोच में रहेंगे जो गतिविधियों पर नज़र रखेंगे.  किसी भी तरह की मुश्किल आने पर ड्राइवर से संपर्क का भी ऑप्शन दिया गया है. ऐसी तमाम सुविधाओं से लैस है नई वंदे भारत की तीसरी ट्रेन जिसका मुआयना रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चेन्नई के ICF सेंटर पर किया।

इस सेंटर से निकलकर 15 अगस्त को तीसरी वंदे भारत ट्रेन ट्रेक पर आ जाएगी और आज़ादी के अमृत महोत्सव पर एक और वन्देभारत का तोहफा मिलेगा.पीएम मोदी ने देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर 75 वंदे भारत चलाने का निर्णय लिया था. अभी इसको मिलाकर 3 वंदे भारत हो चुकी हैं. एक साल में 72 और ट्रेनें पटरियों पर आएंगी. हर महीने 6-7 वंदे भारत ट्रेनें रेलवे में जुड़ेंगी और इनसे बेहतर सुविधा रेलवे यात्रियों को मिल पाएगी।