Latest:
Event More News

20 करोड़ की सड़क दो साल भी नही टिकी ……,चल रहा मरम्मत कार्य भी अत्यंत घटिया ……ठेकेदार के काम पर निगरानी रखने के बजाए ठेकेदार के लिए मुंशी व लेबर ढूंढकर काम करवा रहे इंजीनियर

कोतबा। जशपुर । वर्तमान भारत

रोहित यादव की रिपोर्ट

वर्ष 2020 में कोतबा से बागबहार तक करीब 13 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा हुआ था। इस सड़क के निर्माण में पीडब्लूडी विभाग ने जनता के 20 करोड़ रुपए खर्च किए थे, पर यह सड़क दो साल भी नहीं टिकी। वर्तमान में इस सड़क पर हर जगह गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं। बरसात में कीचड़ व गड्ढों में पानी भरे होने से लोग परेशान हैं।.

 मरम्मत के लिए 20 लाख 

सड़क पर आवागमन बंद न हो, इसके लिए पीडब्लूडी ने रिपेयरिंग में 20 लाख रुपए खर्च कर रही है, पर रिपेयरिंग भी बेहद निम्न स्तर का हो रहा है। काम पर निगरानी रखते हुए गुणवत्तायुक्त काम करवाने के लिए जिम्मेदार इंजीनियर विभागीय काम को छोड़ ठेकेदार के लिए काम करते हुए नजर आ रहे हैं।

चल रहा है घटिया मरम्मत

आवागमन बंद न हो इसलिए वर्तमान में इस सड़क का रिपेयरिंग चल रहा है किन्तु,रिपेयरिंग में गड्ढो को बिना भरे ही बिटुमिन इमल्शन को डाल कर सड़क को काला किया जा रहा है। आसपास के ग्रामीणों ने आरोप है कि बिटुमिन इमल्शन से जले मोबिल की बदबू आ रही थी। इससे बिटुमिन इमल्शन में मिलावट की आशंका है, वहीं विभागीय अफसरों की माने तो इमल्शन मटेरियल को जमाने के लिए लगाया जा रहा है। गौरतलब है कि गर्मियों में कारगिल चौक से खोरखोरी नाला तक पेच रिपेयरिंग वर्क किया था। यह रिपेयरिंग पहली ही बारिश में बह चुकी है और सड़क पहले जैसी हो गई। वर्तमान में सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उक्त सड़क को 20 लाख की लागत से अभी कारट्रेक का निर्माण कर छोड़ा जाएगा। जिस कार्य को करने प्रमोद गुप्ता नामक ठेकेदार को कार्य एजेंसी बनाया गया है। लेकिन कार्य स्थल में काम करवा रहे मुंशी ललित ने बताया कि वह मुंशी है। पीडब्लूडी विभाग के पारस कैथल द्वारा उसे इस काम के लिए नियुक्त किया गया है। काम करवा रहे मुंशी को ठेकेदार का नाम तक नहीं पता। जबकि कंस्ट्रक्शन साइड पर मुंशी ठेकेदार के होते हैं और इंजीनियर विभाग की ओर से गुणवत्ता जांच के लिए आते हैं। मुंशी को इंजीनियर को जवाब देना होता है। पर यहां उल्टी ही गंगा बह रही है। मुंशी ने यह भी बताया कि सड़क पर 20 ड्रम बिटुमिन इमल्शन लिखे ड्रमों के तरल पदार्थ का छिड़काव करवाने अभियंता पारस कैथल ने कहा है। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उक्त सड़क को 20 लाख की लागत से अभी कारट्रेक का निर्माण कर छोड़ा जाएगा। जिस कार्य को करने प्रमोद गुप्ता नामक ठेकेदार को कार्य एजेंसी बनाया गया है। लेकिन कार्य स्थल में काम करवा रहे मुंशी ललित ने बताया कि वह मुंशी है। पीडब्लूडी विभाग के पारस कैथल द्वारा उसे इस काम के लिए नियुक्त किया गया है। काम करवा रहे मुंशी को ठेकेदार का नाम तक नहीं पता। जबकि कंस्ट्रक्शन साइड पर मुंशी ठेकेदार के होते हैं और इंजीनियर विभाग की ओर से गुणवत्ता जांच के लिए आते हैं। मुंशी को इंजीनियर को जवाब देना होता है। पर यहां उल्टी ही गंगा बह रही है। मुंशी ने यह भी बताया कि सड़क पर 20 ड्रम बिटुमिन इमल्शन लिखे ड्रमों के तरल पदार्थ का छिड़काव करवाने अभियंता पारस कैथल ने कहा है। मुंशी के बयान से ऐसा लगता है जैसे ठेकेदार के नाम पर विभाग के इंजीनियर खुद काम करवा रहे हैं।