रायगढ़-बरपाली PDS कांड में ट्विस्ट.! ट्रक ड्राइवर हिरासत में…दुकान के बजाय कहीं और चावल खाली कराने का मामला…सरपंच के अलावा किसी राईस मिलर या बिचौलिए का आ सकता है नाम…पढ़ें पूरी खबर
रायगढ़ :- छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के बरपाली ग्राम पंचायत में 17 लाख के पीडीएस चावल को बाहर बेच देने के मामले में ट्विस्ट आ गया है। पुलिस ने चावल भंडारण करने वाले (29 फरवरी) नान ठेकेदार के ड्राइवर को पकड़ लिया है। बताया जा रहा है कि सरपंच के कहने पर ड्राइवर ने चावल को कहीं और खाली करवाया है। इस केस में अब किसी राइस मिलर और बिचौलिए का नाम आ सकता है। रायगढ़ जिले में गरीबों के चावल की भी लूट मची हुई है। दुकान संचालक से सांठगांठ करके चावल गायब किया जा रहा है। अब तक तो दुकान से चावल गायब किया जाता था। लेकिन अब तो नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम से निकली गाड़ी का रूट ही बदल दिया जाता है। मतलब चावल दुकान में खाली न होकर चावल खरीदार के ठिकाने में अनलोड हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, बरपाली राशन दुकान में 392.78 क्विंटल, 0.54 क्विं. शक्कर और 0.91 क्विं. नमक कम पाया गया जिसकी कीमत 17,38,899 रुपए है। मार्च माह के लिए एडवांस में भंडारित चावल को भी बेच दिया गया। जांच में कहा गया था कि 10 फरवरी को नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम से निकले चावल का भंडारण कराया गया था। लेकिन यह अधूरी बात है। नान के गोदाम से ट्रक निकला था। लेकिन भंडारण कहीं और कराया गया। पुलिस ने विवेचना के दौरान ट्रक के ड्राइवर आकाश यादव निवासी जशपुर को पकड़ा है। सूत्रों के मुताबिक ड्राइवर ने ट्रक को सरपंच के कहने पर राशन दुकान के बजाय किसी दूसरे ठिकाने पर खाली किया था। अब इस मामले में सरपंच के अलावा कई और आरोपी जुड़ सकते हैं। फिलहाल पुलिस ड्राइवर के अलावा गाड़ी भी जब्त करने का प्रयास कर रही है। चावल जहां खाली किया गया, उस मिलर को भी आरोपी बनाया जा सकता है।
घटना की जड़ें बहुत गहरी
फिलहाल, बरपाली दुकान में जो कहानी सामने आई है, ऐसा कई और दुकानों में होने की संभावना है। पीडीएस दुकानों में गबन हो चुके चावल की भरपाई करने के लिए भी ऐसा किया जा रहा है। कई राइस मिलरों को दुकान संचालक चावल बेच रहे हैं जो वापस नान गोदाम में जमा हो रहा है। यह भी संभव है कि बरपाली से गायब हुआ चावल नान में दोबारा जमा हो चुका हो। रायगद ब्लॉक में नान गोदाम से दुकानों तक चावल परिवहन का ठेका बजरंग अग्रवाल खरसिया को मिला है। रायगढ़ में कोई मोहन पटेल उनका काम संभालता है। ठेकेदार कोई भी हो, रायगढ़ में मोहन पटेल ही काम देखता है।