विकास अनुज्ञा ही नहीं, स्टेडियम के पीछे कॉलोनी की तैयारी पानी निकासी की व्यवस्था किए बिना ही अनुमति देने की तैयारी, चार पार्टनर हैं प्रोजेक्ट में
रिपोर्ट: रितेश सिदार ( रायगढ़)
रायगढ़=स्टेडियम के पीछे करीब तीन एकड़ में एक और प्राइवेट कॉलोनी आकार ले रही है। मोहल्लेवालों ने जब पानी निकासी नाले को पाटने की शिकायत की तो निगम ने जांच की। यहां कॉलोनी विकास के लिए कोई अनुमति नहीं मिली है लेकिन काम शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि निगम में आवेदन लगा हुआ है जिस पर अनुमति देने की तैयारी हो गई है। जबकि यहां मोहल्लेवासी पहले ही जल भराव से परेशान हैं। वार्ड 21 और 22 के बीच करीब तीन एकड़ जमीन पर अवैध कॉलोनी काटने समतलीकरण किया गया है।
बताया जा रहा है कि यहां 15 एकड़ जमीन पर आवासीय कॉलोनी लाने का प्लान है। रहवासियों ने पूर्व में शिकायत की थी कि पटवारी हलका नंबर 51 में खेतपारा भोले मंदिर के पास बिल्डर राकेश अग्रवाल अवैध कॉलोनी काट रहा है। बंगलापारा की ओर से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए बनी नाली को भी पाट दिया गया है। बरसात में कई मोहल्ले जलमग्न होने का खतरा मंडरा रहा है। इस अवैध कॉलोनी में चार पार्टनर बताए जा रहे हैं। मोहल्लेवासियों ने इस पर आपत्ति जताई तो गुंडागर्दी करके धमकाया जाने लगा।
चार पार्षदों ने कलेक्टर, निगम आयुक्त और महापौर से भी शिकायत की लेकिन बात आई-गई हो गई। निगम की ओर से राकेश अग्रवाल छातामुड़ा और रूपचंद अग्रवाल सुभाष चौक को नोटिस भी दिया गया है। यहां सबसे बड़ी समस्या पानी निकासी की नालियां जाम हैं। जनसंख्या और मकानों के हिसाब से नालियों की चौडाई बेहद कम है। किनारे तो नाली बनाई ही नहीं गई है। बेहद खराब स्थिति है। इसे ठीक करने के बजाय अंब एक नई कॉलोनी को अनुमति देने की तैयारी की जा रही है।
▶ खुली जमीन में पानी छोड़ना कोई हल नहीं
अभी तक नगर निगम से विकास अनुज्ञा नहीं मिली है। लेकिन बिल्डर हावी हो चुका है। इस इलाके से निकल रहे गंदे पानी की निकासी के लिए निगम ने कोई ठोस उपाय नहीं किए। यहां खाली प्लॉट पर गंदा पानी जाता है। इसे पाट दिया गया तो फिर क्या होगा। सीवरेज वाटर को ऐसे कहीं भी खुले में नहीं डाला जा सकता। क्षेत्र में गंदे पानी निकासी के लिए कच्ची नालियां बनाई गई हैं।