जुर्म

शिक्षिका के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला पुलिस ने सुलझाया

बालोद । वर्तमान भारत ।

इरफान सिद्दीकी उप संपादक

छत्तीसगढ़ के बालोद में जून में हुए 48 साल की टीचर की अर्धनग्न लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में टीचर के प्रेमी और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी रात में घर की दीवार फांदकर अंदर घुसे थे। इसके बाद रस्सी और गमछे से टीचर के हाथ-पैर बांध दिए। चीखे नहीं, इसलिए मुंह दबाकर दुष्कर्म किया। इस दौरान दम घुटने से टीचर की मौत हो गई। टीचर का शव उनके ही घर में करीब 5 माह पहले मिला था। पुलिस के मुताबिक, तीनों आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी चल रही है।

विदित ही कि डौंडीलोहारा ब्लॉक मुख्यालय से 8 किमी दूर ग्राम कोसमी में 12 जून की सुबह घर में सो रही टीचर की हत्या कर दी गई थी। घर से रुपए या किसी सामान की चोरी नहीं हुई थे। ऐसे में तभी से पुलिस को संदेह था कि हत्यारा गलत नीयत से ही घर में घुसा था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि होने पर पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि गांव के ही कमल नारायण साहू से टीचर का प्रेम संबंध था और वह घर भी आता-जाता था।

संदेह के आधार पर पुलिस ने प्रेमी सहित 3 को पकड़ा

यह जानकारी भी सामने आई कि वारदात वाली रात गांव के उत्तम कुमार रावटे और कमलेश श्रीवास्तव को टीचर के घर के आसपास देखा गया था। संदेह के आधार पर पुलिस ने बुधवार को तीनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पहले वे गुमराह करते रहे, लेकिन फिर दुष्कर्म और हत्या की बात स्वीकार कर ली। बताया कि दोस्तों के कहने पर घर में दाखिल हुए। टीचर चीख-चिल्ला रही थी, इसलिए उसका मुंह दबा दिया और रेप करते रहे। दम घुटने से उसकी मौत हुई तो वहां से भाग निकले।

नौकरानी पहुंची, तो पता चला हत्या का


टीचर के घर पर काम करने वाली महिला रोज की तरह सुबह भी पहुंची थी, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। बार-बार खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुला तो उसने पड़ोसियों को बताया। सूचना पर पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई थी। घर के पास लगे बिजली के खंभे और दीवार पर पैरों के निशान मिले थे, तभी से आशंका थी कि हत्यारे वहीं से दाखिल हुए। पुलिस ने यह भी आशंका जताई थी कि इसमें गांव के ही व्यक्ति का हाथ है।

अकेले रहती थी शिक्षिका

पुलिस के अनुसार, टीचर गांव के घर में अकेली रहती थी। उन्होंने शादी नहीं की थी। माता-पिता और भाई का निधन हो चुका है। उसकी भाभी भी शिक्षिका है। जो भिलाई में रहती है। गांव वालों से भी उसके संबंध ठीक-ठाक ही थे, कभी किसी से विवाद नहीं रहा है ।