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एक अच्छी पहल: छत्तीसगढ़ के सभी जरूरतमंद छात्र-छात्राओं के लिए अनोखा सुझाव… जो बेकार ना जाए… किसी की तो काम आए… पढ़ें पूरी खबर

रायपुर । वर्तमान भारत ।

गजाधर पैकरा

छत्
प्रत्येक वर्ष सैकडों, लाखों-करोड़ों छात्र-छात्राएं छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे भारत में उत्तीर्ण होकर अपनी अगली कक्षा में शिक्षा प्राप्त करने के लिए जाते हैं। इसके साथ ही पिछली कक्षा की उनकी किताबें होती हैं ! उन किताबों को पुरानी सोच कर रद्दी बेंच दिया जाता है, या घर में किसी कोने में रख दिया जाता हैं।

इनमें से ज्यादातर किताबें सभी उन छात्र-छात्राओं के जो पढ़ रहे हैं उनके काम आ सकती है! छत्तीसगढ़ चाहे भारत में ऐसे गरीब ,निर्धन,बच्चे हैं या छात्र छात्राएं हैं! जिनके पास अगली कक्षा में पढ़ने हेतु नई किताबें खरीदने के पैसे नहीं होते हैं। ऐसे ही बच्चे, छात्र-छात्राएं की सहायता के लिए छ. ग. कंवर यूथ क्लब की मार्गदर्शन में जहाँ- जहाँ कंवर समाज भवन हैं, वहां के प्रत्येक स्थानों पर “हमारा अपना बुक बैंक” बनाया जाना प्रस्तावित हुआ है। इस “बुक बैंक” से वे उपयोग में होने वाली पुरानी किताबें समाज के जरूरतमंद बच्चे,छात्र छात्राओं को दी जाएगी।

इस कार्य के लिए यहां संदेश जारी हुआ है कि आप सभी अपने स्तर पर यह संदेश चला कर उन बच्चों, छात्र-छात्राएं या उनके माता-पिता से उनकी पुरानी किताबें ले सकते हैं। और नजदीकी “कंवर समाज भवन” जहाँ “बुक बैंक” संचालित हैं! वहाँ जमा करा सकते हैं,! या समाज के जिन बच्चों को किताबों की जरूरत होती है!उनकी पहचान कर स्वयं मदद कर सकते हैं।

इस सहायता संदेश से जरूरतमंद बच्चे,छात्र-छात्राएं की मदद होगी !और साथ ही हजारों,लाखों-करोड़ों किताबें रद्दी में जाने से बच जायेंगी। और इसके साथ ही हजारों, लाखों करोड़ों बच्चे, छात्र-छात्राएं की जीवन भी संवर जाएगी..!

                  *विनीत*
     *कंवर यूथ क्लब छ. ग.*