Latest:
local news

खनिज विभाग की कार्यवाही से रेत माफियों में हडकंप …. रेत भरे एक हाईवा,एक ट्रक पर की गई कार्यवाही …..

सूरजपुर । वर्तमान भारत ।

इरफान सिद्दीकी

सूरजपुर:-सूरजपुर खनिज विभाग की रेत के अवैध परिवहन पर कार्रवाई अनवरत जारी है जिला प्रशासन रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन को लेकर कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं। लगातर मिल रही शिकायत से कलेक्टर इफ्त आरा के नारजगी उपरांत खनीज विभाग की टीम की नींद खुली और रात में हो गई कार्यवाही, कलेक्टर इफ्त आरा के निर्देश पर खनिज विभाग की टीम सुबह ही नहीं रात में भी सड़कों पर गश्त कर रेत के अवैध परिवहन को रोकने सख़्ती दिखा रही है

प्रतापपुर क्षेत्र से लगातार आरही शिकायतों व खबरों के माध्यम से मील रही थी शिकायत

विदित हो कि प्रतापपुर क्षेत्र के आसपास रेत माफियाओं का एक अड्डा सा बन गया है जिसके कारण प्रतिदिन रेत का अवैध परिवहन करने के लिए हाईवा,ट्रक का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर रेत की परिवहन कर कालाबाजारी बदस्तूर जारी रहने के कारण व अखबारों डिजिटल मीडिया के लगातार ध्यानाकर्षण के बाद खनिज विभाग की नींद खुली है कलेक्टर कलेक्टर इफ्त आरा के नाराजगी उपरांत खनिज विभाग की टीम दिन में नहीं रात में रेत की अवैध परिवहन करने वालों पर नजर गड़ाए हुई थी और रात में ही एक ट्रक एक हाईवा जप्त कर ₹1,15,000 की जुर्माना राशि वसूली गई । आपको बता दें कि जिले से अवैध रूप से बड़ी मात्रा में रेत उत्खनन का कार्य जोरों पर है वह एक ट्रक रेट जो जिले से निकाल कर ले जाने मैं जितना भी खर्च लगता हो सभी मिलाकर सूरजपुर जिला के आसपास ट्रक किराया सहित करीब 20 से 25 हजार माफियाओं को जिले से सभी कुछ कर के पड़ता है और यही रेत जब बॉर्डर पार हो जाता है तो इसका रेट यूपी में एक लाख हो जाता है तो अंदाज लगाया जा सकता है कि कितना गुना माफिया को लाभ होता है ।

माफियों की रहती है थाना/चौकियों में सेटिंग

रेत के ईस अवैध खनन कर भण्डारण की भी व्यवस्था माफियों के पास होती है खसरा नम्बर भण्डारण करने के लिए जो दिया जाता है वो भण्डारण के लिए कभी उपयोग नही किया जाता बल्कि की भण्डारण अनियंत्रित कहि उचित जगह होती है जो माफियों के मन मुताबिक व पशनदीदा जगहों पर कराया जाता है भण्डारण । इस पर ध्यानाकर्षण व कार्यवाही बहुत ही जरीरि हो चला है, माफिया मन मुताबिक अवैध खनन कर भण्डारण कर रहे है जरूरी यह है की ईन माफियाओं को चिन्हांकित कर इनपर कड़ी कार्यवाही की जाए, नही तो जिले केA कई नदियों का अस्तित्व ही मिटा देने पर माफिया तुले है भंडारण माफियों के मन मुताबिक व्यवस्थाओं से ओत परोत,नजदीकी व नजर से ओझल जगहों पर होती है जिससे किसी की नजर उस ओर ना पड़े जहाँ पर रेत का भंडारण किया गया है ।

माफियों की आख़ीर किसी का ख़ौफ़ क्यो नही

जिस तरह से जिले में अवैध रेत खनन का कार्य पिछले करीब एक वर्ष से बेख़ौफ़ तरीके से चल रहा है इन बीते एक सालों में खूब जेब भरने का कार्य माफिया द्वारा कीया गया है उससे अंदाज लगया जा सकता है कि शासन को लाखों की राजस्व की क्षति हो चुकी है और कब तक यह खेल खेला जाता है यह भी देखने योग्य है जो खेल सालों से चल रहा है आखिर किसके शह पर इतने बड़े पैमाने पर रेत बॉडर पार जा के सोने का भाव बीक रहा है, जग-जाहिर है की रेत को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही दल रेत को लेकर आंदोलन कर चुके है और दोष एक दूसरे को मढ़ा जा रहा है रेत में भी खूब राजनीति होचुकी है अब तो चुनावी वर्ष के करीब होने के कारण छूट-पुट कार्यवाही भी समय-समय पर देखने व सुनने को मिलेगा, आखिर माफियांओं का कीस सफेद पोश के शह से बेख़ौफ़ अवैध रेत का उत्खलन कर अपनी जेब भरने में लगे है। एक कहावत चिरिथार्थ होता है “सैया भये कोतवाल, अब डर काहे का” अवैध रेत बॉडर पार कराना है “आका” की शरण जरुरी” है। माफ़ियाओं की पकड़,सांठ-गांठ,रुतबा,बेख़ौफ़ अगर आपको देखना है तो एक बार सुरजपुर जिला जरूर आके देखिए गा, ईन माफियाओं पर अब तक कड़ी कार्यवाही नही हुई है एक वजह ये भी जिले में कमजोरी पुलिस प्रशासन,खनिज विभाग तो माफियाओं के हाथों कोड़ी के भाव बीक जाते है, प्रतापपुर,पम्पापुर,केरता,रेत माफियाओं का अड्डे बन चुके है माफियाओं के आदमी हर उस जगह पर अपनी उपस्थिति देता है जहां इनकी हाईवा या ट्रक रोकी जा सकती है मोबाईल के संपर्क में रहते है एक दूसरे के, गाड़ी निकलने के उपरांत ही सभी एक्टिव मुड में आजाते है पल-पल की खबर रखते है, जब हमारी टीम आम्बिकापुर होते हुवे कल्याणपुर से प्रतापपुर रोड पर निकले तो पहला यातायात स्टॉपर कल्याणपुर में दिखा हमने वहां रुक कर देखना चाहा तो यही देखा जा सका की लटोरी चौकी के दो आरक्षक वन रक्षक के क्वाटर से कुछ आगे खडे हो कर रेत से लोड ट्रेक्टरों से 100-200 रुपये वसूल की जा रही थी इस ओर रेत से लोड ना हाईवा दिखा ना ही ट्रक हम आगे बढ़ते चले गए यातायात पुलिस की दूसरी बेरिकेटिंग देखने को मिला वो खड़गवां चौकी के पास लगे होने के कारण यहाँ गतिविधि हमें शांत लगा और हम आगे बढ़े और जैसे ही पम्पापुर रेण नदी के पुल के समीप पहुंचे तो यहाँ हलचल ज्यादा दिखाई दिया और पूरा माजरा हमारे आंखों के सामने थी ठीक पुल के दाहिने तरफ से हाईवा आता दिखा आने पर देखा तो रेत से भरा था जो प्रतापपुर की ओर जा रहा था, हम उसी रास्ते से जिसमें से ट्रक आरहा था कच्चे रास्ते से घुसते ही 500 मीटर की दूरी पर कराकेट से बना एक मकान नुमा बना दिखा और बांस का नाका लगा मीला जैसे ही हैम उस स्थान पर पहुंचे उस मकान नुमा से दो युवक नाम,गांव,पता, काम के बारे में पूछने लगे और अंदर जाने की इजाज़त नही है बोल कर हमें वापस गाड़ी मोड़ने को कहा गया पर अधक प्रयास से हमें पैदल ही जाने दिया गया कच्चे मट्टी से बना मार्ग जेसीबी से बनाया गया था करीब दो की.मी.चलने के बाद नदी को 5 से 6 जगहों पर बांध कर पोकलेन मशीन,जेसीबी, से रेत खनन किया जा रहा था चालकों से पूछ परख करनें से पता चला की मशीन बारियो के किसी धन्ना सेठ का है और चालक उत्तरप्रदेस से आए है अपने परिवार के पेट के खातिर,पास पहुंचने से एहसास हुआ की यहाँ बहुत बड़े पैमाने पर रेत खनन का कार्य चल रहा है और रोजाना 40 से 50 हाईवा से रेत यहाँ से निकाला जा रहा है व केरता स्थित ग्राम में रेत का भण्डारण किया गया है जो पहाड़ नुमा दिख रहा है पर खनीज विभाग को ये पहाड़ नुमा रेत भण्डारण भी नही दिख रहा है या नही देखने का चढ़ावा मिल गया है दिलचस्प बात ये है की जहाँ रेत का अवैध खनन हो रहा है उसकी सीमा कुछ जिला सुरजपुर तो कुछ सीमां बलरामपुर में आता है खनिज अधिकारी एक दूसरे पर मढ़ रहे है वही सरकार को करोङो की राजस्व की क्षति हो रही है । इस रेत के खेल में कहीं ना कहीं कोई सफेदपोश का संरक्षण प्राप्त है माफियाओं पर नही तो व्यापक पैमाने पर रेत खनन नही हो सकता संरक्षण प्राप्त है जो बेखौफ होकर रेत माफिया रेत का उत्खनन कर परिवहन यूपी तक करा कर अपना जेब भरने में लगे हैं जिससे शासन को भी राजस्व की क्षति हो रही है वह कई नदियों के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है

प्रशासन की आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति

इसी तारतम्य में प्रतापपुर मार्ग पर देर शाम रेत का अवैध परिवहन कर रहे दो वाहनों को पकड़ा है और इनके ऊपर जुर्माने की कार्रवाई की गई है। विभाग ने दोनों वाहनों पर सवा लाख रुपए का जुर्माना निर्धारित किया है। खनिज विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रतापपुर मार्ग पर रेत के अवैध परिवहन को लेकर शिकायतें मिली थी जिस पर विभाग की टीम ने इस मार्ग पर गश्त में तेजीपन दिखाना प्रारंभ किया तो दो ऐसे ट्रक पकड़ में आए जो रेत का अवैध परिवहन कर रहे थे विभाग ने दोनों वाहनों को पुलिस की मदद से पकड़ कर वाहन मालिकों पर करीब एक लाख पंद्रह हजार का जुर्माना तय किया और वाहनों को चंदोरा पुलिस के हवाले कर दिया है। खनिज अधिकारी संदीप नायक ने बताया कि विभाग रेत अवैध उत्खनन व परिवहन को लेकर बेहद गंभीर है जिला प्रशासन व पुलिस की मदद से लगातार कार्रवाई की जा रही है।बारिश के इस मौसम में रेत के उत्खनन पर पूर्णता प्रतिबंध लगा हुआ है ऐसे में सिर्फ भंडारण केंद्र से ही रेत का परिवहन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नियम विरुद्ध रेत या अन्य खनिज संपदा की उत्खनन व परिवहन पर विभाग कार्रवाई के लिए तैयार रहता है। क्षेत्र में विभाग लगातार गस्त भी कर रही हैं और वाहनों की जांच पड़ताल की जा रही है इसी तारतम्य में बुधवार को प्रतापपुर मार्ग पर दो वाहन ऐसे पकड़ाए हैं। जो रेत का अवैध परिवहन कर रहे थे जिन पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है। दोनों वाहनों पर1,14,095/- जुर्माना तय किया गया है, यह कार्रवाई देर शाम की गई है। ज्ञात हो कि हाल ही में खनिज विभाग ने इससे पूर्व भी इसी मार्ग पर आधी रात को रेत के अवैध परिवहन करते दो वाहनों पर कार्रवाई की थी।