Latest:
Event More News

रायगढ़ जिले का एकमात्र संबलपुरी शहरी गौठान में रात 2 बजे नगर निगम कर्मचारीयों की दादागिरी …. विगत पांच छःदिनों पहले ही मुख्यमंत्री पहुंचे थे यहां और यहां के कारनामे जानकर आम लोगों को हैरानी हो रही है … 360 गायो को संबलपुरी शहरी गौठान से कहा ले गए निगम कर्मचारी ?

रायगढ़:- प्रदेश के मुखिया श्री भुपेश बघेल सरकार द्वारा चलाई जा रही भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत कला एवं संस्कारधानी तथा उद्योगनगरी रायगढ़ जिले के संबलपुरी गौठान से निकलकर सामने आ रही है जहां नगर निगम संबलपुरी शहरी गौठान जिला रायगढ़ के संचालन हेतू गौ माता मित्र समिति को प्रदान किया गया है जिसमें सभी गौवंशों का पालन पोषण एवं खर्चे समिति द्वारा अपने मद से करती आ रही है। जहाँ 6/09/2022 एवं 07/09/2022 कि दरमियानी रात को जबरन कर्मचारी सुकालू गुप्ता एवं लबदू यादव को धमका कर मुन्ना ओझा ( उप अभियंता नगर निगम ) एवं प्रदीप तिवारी व अन्य 10-11 व्यक्तियों द्वारा रात्री 2 बजे गौवंशों को बाहर निकाला गया जिसकी सूचना कर्मचारियों द्वारा घटना को अंजाम देने बात रात्री 3:22 मिनट पर फोन द्वारा सूचना मिलने पर तत्काल गौठान जाकर देखने पर पता चला कि इनके द्वारा 70-80 किलोमीटर दूर लैलूंगा पैदल गौवंशों को ले जाने की बात की जानकारी हुई।
मुन्ना ओझा एवं प्रदीप तिवारी ( नगर निगम ) द्वारा रात्री 2 बजे जबरन बिना किसी संचालकों को सूचना दिये व अनुमति के बिना लगभग सभी 350 गौवंशों को गौठान से बाहर निकलवाने एवं कर्मचारियों को न बताने की धमकी देने तथा कमजोर गौवंशों को बाहर निकालकर छोड़ दिये है जो कि पशू क्रूरता की श्रेणी में आता है ।

समिति संचालक द्वारा रात को ही 112 में सूचना दी पर उन्होंने थाना प्रभारी से बात करने को कहकर फ़ोन डिसकनेक्ट कर दिया तत्पश्चात जब थाना प्रभारी को फ़ोन लगाया गया तो सुबह मामले को लेकर बात करने को कह दिया गया ।बेजुबान गौवंशों के साथ हुए अत्याचार की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हमारे निवेदन पर तत्काल उचित कार्यवाही करने की को लेकर गौमाता मित्र समिति ने आला अधिकारियों के साथ थाने में भी इसकी सूचना दे दी है।

जानकारी देते हुए गौ माता मित्र समिति के संचालक ने बताया कि बार-बार नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा शुरू से ही इस प्रकार की हरकत की जाती रही है, कार्यवाही के नाम पर नगर निगम सदैव लापरवाही बरतता रहा है ऐसे में इस तरह की घटना समझ से परे है मामले को लेकर अगर जल्द निगम कोई कार्यवाही नहीं करता तो समिति गौ रक्षा हेतु उग्र आंदोलन करने हेतु बाध्य होगा।