नए साल का नया तोहफा!.. 1 साल तक 80 करोड़ गरीबों को मिलता रहेगा मुफ्त राशन…नहीं देना होगा एक भी रुपया…पढ़ें पूरी खबर
गजाधर पैकरा की रिपोर्ट
नई दिल्ली। वर्तमान भारत। 1 वर्ष तक 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन प्राप्त होता रहेगा। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को दी है।
गरीबों को भी अनाज दिए जाने को लेकर कैबिनेट की बैठक में शुक्रवार को बड़ा अहम फैसला लिया गया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (National Food Security Act) के तहत अब 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज प्राप्त होगा। इसके बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस योजना के तहत लोगों को दिसंबर 2023 तक खाद्यान्न के लिए एक भी रुपए का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए केंद्र सरकार प्रतिवर्ष करीब 2 लाख करोड़ रुपए खर्च करने वाली है।
🔰1 साल तक मिलेगा मुफ्त राशन🔰
NFSA या जिसे खाद्य कानून भी कहा जाता है। में सरकार मौजूदा समय में हर व्यक्ति को प्रतिमाह 5 किलोग्राम खाद्यान्न 2-3 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से देती है। वही चावल 3 रुपए प्रति किलो और गेहूं 2 रुपये प्रति किलो की दर से दिया जाता है।
🔰क्या है यह स्कीम?🔰
आपको बता दें कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत गरीब लोगों को पहले रियायती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता था। हालांकि अब वे इसका लाभ मुफ्त में उठा सकेंगे। जिन परिवारों को क्रमशः 35 किलो और 5 किलो अनाज मिलता था। उन्हें अब इसके लिए कोई पैसा नहीं देना होगा। उन्हें सारा अनाज मुफ्त प्राप्त होगा। इसके लिए योजना का बजट बढ़ाकर 2 लाख करोड़ कर दिया गया है। केंद्र इस अनाज का पूरा खर्च उठाएगी।
🔰दिसंबर 2023 तक चलने वाली है यह योजना🔰
गौरतलब है कि PM-GKAY एक ऐसी योजना है जिसके तहत सरकार मुफ्त खाद्यान्न प्रदान करती है। इसमें लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलोग्राम तक दिया जाता है। यह योजना 2020 में सरकार के 1.7 लाख करोड़ रुपए के कोविड-राहत पैकेज के घटकों में से एक के रूप में शुरू की गई थी।
इस कार्यक्रम में 2 योजनाओं को शामिल किया गया है। जिसमें से एक 2020 में प्रारंभ हुई थी। जिसके तहत सरकार गरीबों को मुफ्त या रियायती खाद्यान्न प्रदान कर रही थी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक यह योजना दिसंबर 2023 तक चलने वाली है।