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जशपुर में हाथियों का कहर जारी.! कांसाबेल के चार गांवों में जमकर मचाया उत्पात…किसी का फसल, अनाजों को पहुंचाया नुकसान…तो वहीं दर्जनों का उजड़ा आशियाना…पढ़ें पूरी खबर



कांसाबेल/जशपुरनगर :-छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कांसाबेल तहसील क्षेत्र के चार गांव में आधा दर्जन हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने 13 घरों को नुकसान पहुंचाया,वहीं बाड़ी में लगे केले ,गन्ना,गोभी के फसलों को रौंद कर घर में रखे अनाज को भी चट कर गया है।

फिलहाल, क्षति हुए मकान एवं फसलों का आंकलन करने में वन विभाग की टीम जुटी हुई है।

जानकारी के अनुसार, बुधवार की शाम को पत्थलगांव वन परिक्षेत्र से कांसाबेल वन परिक्षेत्र में पहुंचे 6 हाथियों का दल ने मुख्यालय के समीप मधुबन जंगल में डेरा जमाए हुए थे। गुरुवार की रात को हाथियों का दल चिड़ोरा गांव में आ धमका,जहां गांव में हाथियों की चिंगाड़ने की आवाज सुनकर लोगों में अफरा तफरी मच गई,लोग घरों से निकल भागने लगे और किसी तरह अपनी जान बचाई ,हाथियों के दल ने यहां 4 घरों को तोड़ा,इसके बाद हाथियों का दल पास के गांव कुसुमताल में 3 घरों को तोड़ते हुए महादेवमुड़ा पहुंचा,जहां मकान को निशाना बनाते हुए फसलों को भी रौदा यहां 3 घरों को तोड़ते हुए लमडांड जा पहुंचे , वहां 3 घरों को निशाना बनाते हुए घर में रखे अनाज को चट कर दिया।



जानकारी के मुताबिक, वन विभाग की टीम लगातार हाथियों पर नजर बनाई हुई है और लोगों को जंगल की ओर न जाने की नसीहत भी दी जा रही है। रेंजर प्रभावती चैहान ने बताया कि नुकसान हुए घरों का क्षतिपूर्ति के लिए आंकलन किया जा रहा है,वर्तमान में हाथी का दल अलग अलग क्षेत्र में विचरण कर रहा है,एक हाथी पत्थलगांव वन परिक्षेत्र की ओर निकल गया है, साजापानी जंगल में एक हाथी, गातीमहुआ डांडपानी जंगल में 4 हाथी अभी डेरा जमाए हुए हैं।हाथियों के निगरानी के लिए विभाग द्वारा दल गठित की गई है,और सतत रूप से लोगों को हाथी से सावधान रहने के लिए अपील की जा रही है।

मसत राम का उजड़ा आशियाना,पड़ोसी के घर में ली शरण

फिलहाल 6 दलों के हाथियों ने इन दिनों जंगल से सटे इलाकों में जमकर उत्पात मचा रहे हैं। बीती रात को हाथियों के दल ने 4 गांव में 13 घरों को तोड़ा ,साथ ही फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है।हाथियों के दल ने कुसुमताल निवासी मसत राम के घर को पूरी तरह से उजाड़ कर बेघर कर दिया ,मौके पर वन विभाग की टीम पहुंच कर इस परिवार को गांव के ही रिटायर्ड फौजी मनमसी खाखा के घर में रहने के लिए आश्रय दिलाया। गांव में हाथियों के कहर से लोग रात को रतजगा करने को मजबूर है।वहीं वन विभाग की टीम हाथियों पर नजर बनाई हुई है।